‘देश में पर्याप्त कोयला भंडार, बिजली संकट की बातें भ्रामक’: भारत सरकार ने बताया, सिसोदिया ने कहा था – काटनी पड़ेगी बिजली

केंद्रीय कोयला मंत्री और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने देश को किया आश्वस्त और कहा कि कोयले की किल्ल्त की खबर अफवाह . चित्र साभार - News Bharati

देश के विद्युत संयंत्रों में कोयले की कमी और उसको ले कर आने वाले ऊर्जा संकट की वायरल होती खबरों को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह और केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आधारहीन बताते हुए कहा है कि कोयले का स्टॉक पर्याप्त है और विद्युत सप्लाई में कोई कमी नहीं आएगी।

भ्रामक खबरों के खंडन के रूप में कोयला मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है जो बिजली संयंत्रों की मांग पूरी करने के लिये काफी है। इसी के साथ कोयला मंत्रालय ने कहा कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने की कोई भी खबर पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है जिस पर ध्यान न देने की अपील भी की गई।

कोयला मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार इस वर्ष कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा बिजली सेक्टर को 255 मीट्रिक टन से अधिक कोयले की आपूर्ति हुई है। इसी के साथ अन्य स्रोतों से कुल कोयला आपूर्ति में से बिजली सेक्टर को मौजूदा आपूर्ति 14 लाख टन प्रतिदिन से अधिक है जिसकी आपूर्ति इस माह के अंत तक बढ़ा कर कोल इंडिया लिमिटेड 16 लाख टन प्रतिदिन से अधिक कर देगा।

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इसी क्रम में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने आधिकारिक बैठक के बाद कहा कि इस तरह की खबरें निराधार हैं क्योंकि ना तो ऐसा संकट कभी था और न ही आगे होगा. उन्होंने कहा कि विद्युत संयंत्रों के पास वर्तमान में चार दिन से ज़्यादा का कोयले का औसतन स्टॉक है और यह स्टॉक हमारे पास प्रतिदिन आता है।

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इस पूरे मामले को तूल तब मिला था जब दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि दिल्ली में अगर 24 घंटे का स्टॉक बचा तो हमें भी पावर कट प्लान करना पड़ेगा। इसी के साथ सिसोदिया ने कहा था कि भाजपा से देश नहीं चल पा रहा है और वो इस संकट से भी निकल कर भागने का रास्ता खोज रही है।

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मनीष सिसोदिया के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि दिल्ली की आवश्यकता के अनुसार बिजली सप्लाई की जा रही है। उनके अनुसार ये अफवाह इसलिए फैली क्योंकि गेल ने दिल्ली के डिस्कॉम को एक मैसेज भेज दिया कि वो बवाना के गैस स्टेशन को गैस देने की कार्रवाई एक या दो दिन बाद बंद करेगा।

केंद्रीय ऊर्जा मंत्री के अनुसार इस मैसेज को इसलिए भेजा गया था क्योंकि गेल का अनुबंध खत्म हो रहा था। इस बैठक में गेल के भी सीएमडी भी आए हुए थे जिनसे अनुबंध समाप्त होने की स्थिति में भी गैस स्टेशन को जरूरत के मुताबिक गैस देते रहने के लिए कहा गया है।

इस मामले में हो रही राजनीति को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि दुर्भाग्य से कांग्रेस पार्टी के पास विचार खत्म हो गए हैं। उनके पास वोट खत्म हो रहे हैं और इसलिए उनके पास विचार भी खत्म हो रहे हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया