महाराष्ट्र के झटके से विपक्ष की बैठक भी खिसकी, अब 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में जुटान: कॉन्ग्रेस बोली- इसी मीटिंग में तय करेंगे एजेंडा

नीतीश कुमार, राहुल गाँधी, ममता बनर्जी, शरद पवार (फाइल फोटो, साभारः HT, ABP, AajTAK)

पटना में हुई विपक्ष की बैठक के बाद नीतीश कुमार से लेकर ममता बनर्जी, राहुल गाँधी, अखिलेश यादव यहाँ तक कि शरद पवार भी विपक्षी एकता की ढींगे हाँक रहे थे। लेकिन महाराष्ट्र की सियासत में मची उठापटक के बाद विपक्ष की बैठक पर ही संकट गहराता नजर आ रहा है। पहले यह बैठक 12-13 जुलाई को शिमला में होनी थी। फिर तारीख आगे बढ़ाकर 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में तय की गई। अब यह बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में ही होगी।

कॉन्ग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा है, “पटना में आयोजित हुई विपक्षी दलों की बैठक की सफलता के बाद अब अगली बैठक 17-18 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में होगी। हमने फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को हराने के लिए अटूट संकल्प लिया है। देश को आगे बढ़ाने के लिए हमारे पास एक साहसिक दृष्टिकोण है।”

इससे पहले, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा था कि 10 से 14 जुलाई तक बिहार विधानसभा का सत्र चलेगा। इसके बाद 20 जुलाई से 11 अगस्त तक संसद का मानसून सत्र है। ऐसे में विपक्ष की अगली बैठक अब मानसून सत्र के बाद होगी। 

चूँकि विपक्ष की बैठक बार-बार आगे बढ़ रही है। इसलिए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि महाराष्ट्र में मचे सियासी खींचतान के चलते ही विपक्ष ने बैठक की तारीख आगे बढ़ाने का फैसला किया होगा। बता दें कि रविवार (2 जुलाई 2023) को एनसीपी नेता अजित पवार पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल समेत 9 विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। इससे न केवल राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के वजूद बल्कि विपक्ष की कथित एकता पर भी सवालिया निशान लगने शुरू हो गए हैं।

गौरतलब है कि बिहार की राजधानी पटना में 23 जून 2023 को विपक्ष की पहली बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में 15 विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया था। इसके बाद विपक्षी पार्टियों की दूसरी बैठक 12 जुलाई को शिमला में होने वाली थी। इस बैठक को लेकर कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि शिमला में बैठककर एजेंडा तैयार किया जाएगा। हालाँकि बाद में शरद पवार ने कहा कि विपक्ष की अगली बैठक 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। मगर अब खबर है कि बेंगलुरु में होने वाली बैठक की नई तारीख आगे बढ़ाकर 17-18 जुलाई रखी गई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया