‘मोदी पर भरोसा अख़बार और टीवी से नहीं पैदा हुआ, पूरा जीवन खपा दिया है देश के लिए’: PM का सवाल – गालियों से विश्वास का कवच कैसे भेदोगे? कॉन्ग्रेस की बर्बादी पर दिखाया हार्वर्ड रिसर्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भारत को ऊर्जा क्षेत्र में उभार की ज़रूरत थी, इस देश की चर्चा दुनिया भर में इस सदी के दूसरे दशक में ‘ब्लैकआउट’ के रूप में हुई, कोयला घोटाला हुआ। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे आतंकियों ने 10 साल तक देशवासियों का खून बहाया। पीएम मोदी ने 2004-2014 को ‘The Lost Decade’ करार दिया। उन्होंने कहा कि आलोचना होनी चाहिए, लेकिन 9 वर्षों में लोगों ने सिर्फ आरोप लगाए और आलोचना नहीं की।

चुनाव हारने पर ये लोग चुनाव आयोग को गाली देते हैं, अदालत का फैसला पक्ष में न आने पर सुप्रीम कोर्ट को गाली देते हैं, भ्रष्टाचार की जाँच होने पर एजेंसियों को गाली देते हैं, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली देते हैं, जब आर्थिक क्षेत्र में कुछ अच्छा हो तो RBI को गाली दो। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों से ‘Constructive Criticism’ की जगह ‘Compulsive Criticism’ हो रहा है। उन्होंने कहा कि कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों की जाँच पर कुछ नेता ‘मिले मेरा-तुम्हारा सुर’ कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि इन्हें ED का धन्यवाद करना चाहिए कि ये लोग एक मंच पर आ गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि कैसे कॉन्ग्रेस के कुछ लोगों में हार्वर्ड का बड़ा क्रेज है – वो कहते थे कि कोरोना के समय भारत की बर्बादी पर वहाँ रिसर्च होगा। उन्होंने दिखाया कि कैसे ‘The Rise & Decline Of Congress Party’ पर हार्वर्ड में रिसर्च हुई है और बड़े-बड़े विश्वविद्यालओं में इस पर रिसर्च होना है। पीएम मोदी ने कहा कि बिना सर-पैर के बात करने के कारण ये लोग खुद के अंदर विरोधाभास पैदा करते हैं और कभी ये बात तो कभी वो बात करते हैं।

पीएम मोदी ने इस दौरान कवि दुष्यंत कुमार की एक पंक्ति उद्धृत की, “तुम्हारे पाँव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं”। पीएम ने कहा कि ये लोग कहते थे भारत कमजोर हुआ है, जबकि अब कह रहे कि भारत दूसरे देशों को धमका कर फैसले करवा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि खुद को हमेशा सही मानने वाले कुछ लोगों को लगता है कि मोदी को गाली देने से ही सब ठीक होगा – 22 साल से वो ये ग़लतफ़हमी पाले हुए हैं।

उन्होंने कहा, “मोदी पर भरोसा अख़बार की सुर्ख़ियों या टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं पैदा हुआ है – बल्कि जीवन खपा दिया है, पल-पल खपा दिया है देश के लोगों के लिए, देश के उज्जवल भविष्य के लिए। क्या देश भर में मुफ्त राशन पाने वाले लोग आरोप लगाने वालों पर भरोसा करेंगे क्या? 11 करोड़ किसानों के खाते में सम्मान निधि का पैसा जाता है, वो आपकी गालियों पर भरोसा कैसे करेगा? फुटपाथ पर ज़िन्दगी जीने को मजबूर 3 करोड़ लोगों को पक्के घर मिले, उन्हें तुम्हारी ये झूठी बातों पर भरोसा कैसे होगा?”

प्रधानमंत्री ने बताया कि 9 करोड़ लोगों को मुफ्त गैस और 11 करोड़ घरों में शौचालय मिले हैं। साथ ही 8 करोड़ लोगों को नल का स्वच्छ जल मिला है। ‘आयुष्मान भारत’ से 2 करोड़ परिवारों को मदद पहुँची है। पीएम ने कहा कि कुछ लोग अपने परिवार के लिए जी रहे हैं, लेकिन मोदी 25 करोड़ परिवारों का सदस्य है। उन्होंने कहा कि झूठ के शास्त्रों से इस विश्वास के कवच को कभी भेद नहीं सकते। उन्होंने बताया कि कैसे बिजली-पानी पहली बार कई इलाकों में पहुँचा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया