बिजली बिल भी नहीं दे रहे नवजोत सिंह सिद्धू, कॉन्ग्रेस ने पंजाब में किया है फ्री देने का वादा: बहन के ‘क्रूर आदमी’ बताने के बाद सामने आई एक और कारगुजारी

नवजोत सिंह सिद्धू (फ़ाइल फोटो)

पंजाब कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू फिर मुश्किलें काम होने का नाम नहीं ले रहे रहीं है। बड़ी बहन सुमन तूर द्वारा उन्हें क्रूर आदमी बताते हुए लगाए गए गंभीर आरोपों के बीच अब सिद्धू पर बिजली बिल के भारी-भरकम बकाया का मामला सामने आया है। उन्होंने बहुत लम्बे समय से अमृतसर स्थित अपने घर का बिजली बिल नहीं भरा है। ऐसे में सिद्धू पर पिछले छह महीने से जो बिल बकाया है, उसकी राशि 4,22,330 रुपया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नवजोत सिंह सिद्धू पर बकाया बिल 19 जनवरी, 2022 को जारी किया गया था, और इसमें बकाया राशि पर सरचार्ज और ब्याज भी शामिल है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अगस्त 2021 से बिल का भुगतान नहीं किया है। फिर भी पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने अभी तक सिद्धू का बिजली कनेक्शन नहीं काटा है।

हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब सिद्धू ने समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। जुलाई 2021 में भी उन्होंने ऐसे ही एक विवाद को जन्म दिया था, जब पीएसपीसीएल ने उन्हें 8,74,784 रुपए का बकाया बिजली बिल थमाया था। बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने नवंबर 2021 में बिजली पर 3 रुपए प्रति यूनिट की कटौती की घोषणा की वहीं सिद्धू भी राज्य में घरेलू ग्राहकों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा भी करते रहे हैं।

वहीं आज सुबह ही नवजोत सिंह सिद्धू की NRI बहन डा. सुमन तूर ने उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्धू ने पिता भगवंत सिद्धू की मौत के बाद माँ निर्मल भगवंत और बड़ी बहन को घर से निकाल दिया था। पंजाब विधानसभा चुनावों के बीच उनकी बहन सुमन ने शुक्रवार (28 जनवरी, 2022) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि जो परिवार का नहीं हुआ हुआ वो किसी और का क्या होगा।

सिद्धू की अमेरिका में रहने वाली बहन डा. सुमन तूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो-रो कर बताया, “सिद्धू ने इंडिया टुडे के साथ बातचीत में झूठ बोला कि मेरे माता-पिता कानूनी तौर पर अलग हुए। सिद्धू उस वक्त अपनी उम्र 2 साल बता रहे हैं लेकिन वह सब भी झूठ है।”

गौरतलब है कि सुमन तूर ने एक पुरानी तस्वीर दिखाते हुए पत्रकारों से ही पूछा, क्या इसमें सिद्धू दो साल का लग रहा है।” उन्होने कहा कि उनकी माँ ने लावारिस हालत में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दम तोड़ा था और वह (सिद्धू) उनके पैसे पर ऐश कर रहा है। सुमन तूर ने बताया कि सिद्धू 1986 में उनके पिता की मृत्यु के बाद उनकी बूढ़ी माँ को छोड़ दिया और बाद में 1989 में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक बेसहारा महिला के रूप में उनकी मृत्यु हो गई थी।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया