कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता जनार्दन द्विवेदी के बेटे समीर द्विवेदी भाजपा में शामिल हो गए हैं। समीर ने मंगलवार (फरवरी 4, 2020) को बीजेपी की सदस्यता ली। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के साथ कहा, “‘मैं पहली बार किसी राजनीतिक दल का हिस्सा बन रहा हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम को देखकर मैंने भाजपा में जाने का फैसला किया है।’’
करीब डेढ़ दशक तक कॉन्ग्रेस के संगठन महासचिव रहे जनार्दन द्विवेदी की गिनती सोनिया गाँधी के करीबियों में होती रही है। कहा जाता है की राजनीति में प्रवेश के बाद उन्होंने ही सोनिया गाँधी को हिंदी सिखाई थी। शुरुआत में वही उनकी स्पीच लिखते थे। ऐसे में उनके बेटे का भाजपा में शामिल होना कॉन्ग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है
हालाँकि जर्नादन द्विवेदी ने बेटे के इस फैसले पर अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा,“मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अगर समीर ने भाजपा ज्वाइन की है तो ये उनका खुद का फैसला है।”
https://twitter.com/ANI/status/1224618680308256768?ref_src=twsrc%5Etfwगौरतलब है कि मार्च 2018 में द्विवेदी ने कॉन्ग्रेस महासचिव का पद छोड़ा था। इसके बाद से उनकी राजनीतिक सक्रियता कम हो गई है। लेकिन, अपने बयानों को कारण वो समय-समय पर सुर्खियों में रहते हैं। कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद उन्होंने पार्टी के स्टैंड से इतर राय प्रकट की थी। द्विवेदी ने कहा था कि उनके राजनीतिक गुरु राम मनोहर लोहिया भी 370 के खिलाफ थे। पिछले दिनों वे एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा करने के कारण चर्चा में थे।
https://twitter.com/ANI/status/1224618680308256768?ref_src=twsrc%5Etfw https://platform.twitter.com/widgets.jsआम चुनावों में कॉन्ग्रेस की शिकस्त के बाद उन्होंने कहा था कि पार्टी भीतरी कारणों से हारी है। पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस संगठन में उन्होंने पूरा जीवन लगाया, उसकी स्थिति देख कर पीड़ा होती है। उन्होंने कहा कि हार के कारण पार्टी के भीतर हैं, न कि बाहर। पार्टी में कई ऐसी बातें हुईं, जिससे वो सहमत नहीं थे और उन्होंने इससे पार्टी नेतृत्व को अवगत कराया था। राजनीति से स्वैच्छिक रिटायरमेंट लेने से पहले द्विवेदी पॉंच कॉन्ग्रेस अध्यक्षों इंदिरा गॉंधी, राजीव गॉंधी, नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी और सोनिया गॉंधी के साथ काम किया था।