पश्चिम बंगाल में बीरभूम के लेबारा गाँव की एक दुखद घटना सामने आई है। बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस के बूथ अध्यक्ष मुस्ताक शेख ने बम बनाते समय हुए विस्फोट में अपने दोनों हाथ गँवा दिए। इस बम की तीव्रता इतनी अधिक थी कि बम विस्फोट की आवाज सुनकर गाँव के कई लोग भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि मुस्ताक शेख इस बम को भाजपा द्वारा CAA के समर्थन में निकाली जा रही रैली में फोड़ने के लिए बना रहा था। TMC इस घटना को छुपाने का प्रयास कर रही है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, TMC नेता मुस्ताक शेख के साथ यह दुखद घटना तब घटित हुई जब बंगाल के लेबारा गाँव के पश्चिमी मैदान में नाले के किनारे बम बनाए और लगाए जा रहे थे। इसके बाद घटनास्थल पर जगह-जगह खून, पत्थर, सुतली और गोला बारूद बिखरे पड़े थे। हालाँकि, धमाके के बाद इस जगह को तुरंत ही पूरी सावधानी से जल्दी ही मिट्टी से ढक लिया जाता है। TMC द्वारा इस घटना को झूठ बताया जा रहा है। इस घटना पर जिले के तृणमूल के महासचिव और परुई निवासी मुस्ताक हुसैन ने इस घटना को झूठ बताया है।
https://twitter.com/pokershash/status/1224625271585890305?ref_src=twsrc%5Etfwएक स्थानीय निवासी और राज्य भाजपा अल्पसंख्यक सेल के सचिव, शेख समद ने कहा कि इस घटना के समय, सत्तारूढ़ बूथ के अध्यक्ष, और लेबारा गाँव के निवासी बापी उर्फ मुस्ताक शेख बमबारी के लिए बम तैयार कर रहे थे। इसी बीच अनजाने में बम फट गया और बापी के दोनों हाथ उड़ गए। मुस्ताक शेख के अलावा शेष तीन को गंभीर हालात में वहाँ से ले जाया गया।
घटना के बाद, बापी शेख को शक्तिगढ़ के एक नर्सिंग होम में स्थानांतरित कर दिया गया। बीजेपी ने आरोप लगाया कि बम मंगलवार (फरवरी 4, 2020) को बीजेपी की अभिनंदन यात्रा पर हमला करने के उद्देश्य से लगाया गया था।
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। नागरिकता कानून के विरोध में TMC के गुंडों द्वारा की जा रही रैलियों में गोलियाँ चलने की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं, जिनमें कुछ लोगों की जानें भी गईं हैं।