अमेठी के ‘राजा’ राज्यसभा सांसद ने छोड़ी कॉन्ग्रेस, भाजपा में हो सकते हैं शामिल

संजय सिंह का भाजपा में शामिल होना राजपरिवार के समीकरणों पर क्या असर डालेगा? (बाएँ से दाएँ, अमीता, संजय और गरिमा सिंह)

अमेठी के भूतपूर्व राजपरिवार के सदस्य और कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह कॉन्ग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने आज (मंगलवार, 30 जुलाई) को पार्टी और राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने दावा किया कि वह कल भाजपा में शामिल होंगे

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जमानत नहीं बचा पाए थे मोदी लहर में

अमेठी के राजपरिवार के सदस्य संजय सिंह ने इस लोक सभा चुनाव में सुल्तानपुर सीट से दावा ठोंका था। लेकिन मोदी लहर में वह अपनी ज़मानत भी नहीं बचा पाए थे। उनका परिवार पारम्परिक रूप से कॉन्ग्रेस समर्थक माना जाता है, हालाँकि उनकी पहली पत्नी गरिमा सिंह भाजपा से अमेठी की विधायक हैं।

भाजपा में बनेगी ‘असहज स्थिति’?

संजय सिंह की विधायक पत्नी गरिमा सिंह और उनके बच्चों का अमेठी राजघराने की लड़ाई में भाजपा ने संजय सिंह और उनकी दूसरी पत्नी अमीता सिंह के खिलाफ समर्थन किया था। पिछले विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस प्रत्याशी जहाँ अमीता सिंह थीं, वहीं भाजपा ने अमेठी की जनता में संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा के प्रति स्थानीय जनता की सहानुभूति और गरिमा को राजमहल से बेदखल करने से उपजे आक्रोश पर दाँव लगाते हुए गरिमा को टिकट दिया था। राजपरिवार के पारम्परिक भूपति भवन पर 2014 में गरिमा के दावे का भी स्थानीय लोगों ने इकट्ठे होकर समर्थन किया था, जिसमें पुलिस को फायरिंग करनी पड़ गई थी। 2017 में पूर्व प्रधानमंत्री और राजा मांडा वीपी सिंह की रिश्तेदार गरिमा की जीत को भाजपा ने पारिवारिक ड्रामे में संजय सिंह के खिलाफ जनता का जनादेश बताया था। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अब राजपरिवार के विवाद पर भाजपा का क्या स्टैंड होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया