केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राहुल और प्रियंका गाँधी की सुरक्षा की समीक्षा करते हुए SPG कवर को वापस लेने की सिफारिश की है। ऐसा ख़ुफ़िया इनपुट के आधार पर उन्हें कम खतरा देखते हुए किया जा रहा है। साथ ही, यह भी कहा जा रहा है कि गाँधी परिवार की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। गाँधी परिवार को अभी भी जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी।
https://twitter.com/ANI/status/1192745982137532416?ref_src=twsrc%5Etfwबता दें कि सितंबर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की विशेष सुरक्षा कवर को हटाए जाने के कुछ दिनों बाद उन्हें भी जेड प्लस वर्ग के तहत सीआरपीएफ कमांडो का सुरक्षा कवर मुहैया करा दिया गया था। सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर के पास उनके मोतीलाल नेहरू रोड स्थित आवास और देशभर में कहीं भी जाने के दौरान उनके साथ हमेशा सीआरपीएफ के 35 जवान सुरक्षा घेरे में रहते हैं। 10 NSG कमाण्डो के साथ कुल मिलाकर, उनकी सुरक्षा के लिए 55 सशस्त्र सुरक्षा कर्मी होते हैं, जिन्हें अलग-अलग शिफ्टों में तैनात किया जाता है।
https://twitter.com/ShivAroor/status/1192746732708253696?ref_src=twsrc%5Etfwमीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि अब गाँधी परिवार के सदस्य सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी के लिए भी यही सीआरपीएफ कमांडो जेड प्लस का सुरक्षा कवर मुहैया कराई जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार ने खतरे का आकलन करने के बाद पाया कि गाँधी परिवार को किसी तरह का सीधा खतरा नहीं है। बता दें कि राजीव गाँधी की 1991 में हत्या के बाद फैसला किया गया था कि पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी एसपीजी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। यहाँ यह भी जानना जरुरी है कि, पूर्व प्रधानमंत्रियों के सुरक्षा इंतजामों की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और जरूरत के मुताबिक उसे घटाया जाता है। इसी साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी एसपीजी सुरक्षा भी हटा ली गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, एसपीजी सुरक्षा हटाने के साथ ही प्रियंका गाँधी को नोटिस भेजकर उनके बंगले को लेकर भी सवाल पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा था कि उन्हें बंगला छोड़ने में कोई दिक्कत नहीं है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कॉन्ग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी और महासचिव प्रियंका गाँधी को एसपीजी सुरक्षा दी जाती है।