पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री व तृणमूल कॉन्ग्रेस के नेता श्रीकांत महाता का वीडियो सामने आया है। इसमें वह अपने अपनी ही पार्टी की सांसद मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां समेत कुछ अन्य नेताओं पर पार्टी को लूटने का आरोप लगा रहे हैं। उनकी शिकायत कि पार्टी के शीर्ष नेता इमानदार कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर रहे हैं और ऐसे लोगों को करीबी बना रहे हैं जो पार्टी की छवि बिगड़वा रहे हैं।
वायरल वीडियो सालबोनी के विधायक पश्चिम मेदिनीपुर में कहते हैं,
“हमें अपनी नागरिकता को बचाने के लिए उसी अनुसार योजना बनानी होगी। जरूरत पड़ने पर हमें बीडीओ, पुलिस और अन्य अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति देनी चाहिए, उनसे पूछना होगा कि हमारे पास नागरिकता है या नहीं। हमारी नागरिकता बचाने के लिए बुद्धिजीवी समाज और किसान संघर्ष कर रहे हैं। और अगर जरूरत पड़ी तो हम ममता बनर्जी के पास जाएँगे।”
उन्होंने आगे कहा,
“इससे पहले हम अभिषेक बनर्जी, सुब्रत बख्शी को भी समझाना चाहते थे लेकिन वह समझना नहीं चाहते। वे जिन लोगों को अच्छे साथी के रूप में समझ रहे हैं। फिर हम कैसे बचेंगे। उन्हें कहना चाहिए कि बुरे लोग बुरे होते हैं। महादेव से लेकर संध्या रॉय, सयानी, सयंतिता, मिमी, नुसरत, नेपाल सिंह, संजीव सिंह तक पार्टी के अजीज बन गए हैं, फिर हम इस पार्टी का हिस्सा नहीं हो सकते।”
उन्होंने कहा,
“अगर ये नेता पैसे लूटकर पार्टी के अजीज बन रहे हैं तो हम मंत्री नहीं बनना चाहते। लोग कह रहे हैं कि इस कैबिनेट के सभी मंत्री चोर हैं। पार्टी उन चोरों की सुनेगी। हमें नया रास्ता ढूँढना होगा। हमें इसके खिलाफ जनआंदोलन छेड़ना होगा।”
उल्लेखनीय है कि बंगाल में एसएससी घोटाले में पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी नेता महाता की यह टिप्पणी अन्य पार्टी नेताओं के ऊपर आई है। उन्होंने सब पर पार्टी को लूटने का इल्जाम लगाया है। इससे पहले पार्टी के नेताओं के खिलाफ राज्य में कई जगह प्रदर्शन देखे गए थे। लोगों ने चोर-चोर के नारे भी लगाए थे।