‘सपा के लिए CM योगी को काले झंडे दिखाए, फिर भी पार्टी ने साथ नहीं दिया’: जानिए कौन हैं मनमोहन झा जिन्हें ओवैसी ने बनाया उम्मीदवार

मनमोहन झा AIMIM में शामिल हुए, साहिबाबाद से लड़ेंगे चुनाव

ऑल इंडिया मजलिस-इ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में पूरे दमखम के साथ उतरने की तैयारी कर रहे हैं। यही कारण है कि ओवैसी की पार्टी ने बड़ा दाँव खेलते हुए गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से पंडित मनमोहन झा (Manmohan Jha) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। मनमोहन झा गामा कई वर्षों तक समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का हिस्सा रहे हैं।

मनमोहन झा गामा मूलरूप से बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले हैं। वह केवल दसवीं तक पढ़े हैं और बेहद गरीब परिवार से आते हैं। उन्होंने छोटी सी उम्र में ही काम तलाशना शुरू कर दिया था। कुछ समय बाद दिल्ली आकर उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था। झा समाजवादी पार्टी में जिला उपाध्यक्ष और साहिबाबाद विधानसभा के प्रभारी भी रह चुके हैं।

बताया जाता है कि साहिबाबाद में मनमोहन झा काफी मशहूर हैं। उन्होंने गाजियाबाद और साहिबाबाद क्षेत्र में अपनी अच्छी पकड़ बनाई हुई है। इसके चलते ही उन्होंने लंबे समय तक समाजवादी पार्टी का राजनीतिक कद भी तेजी से बढ़ाया। वह 22 साल पार्टी तक सपा का हिस्सा रहे हैं।

मनमोहन गामा का कहना है कि वह समाजवादी पार्टी में इसलिए शामिल हुए थे, क्योंकि वह (सपा) पहले लोहिया जी के सिद्धांतों पर चलते थे। गामा का यह भी कहना है कि सपा अब पूंजीपतियों की पार्टी हो गई है। हमें उन्होंने गरीब होने के कारण अपमानित किया है।

झा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर सपा को अपना इस्तीफा सौंपते हुए 15 जनवरी को लिखा था, “मैंने समाजवादी पार्टी में वर्ष 1998 से विभिन्न पदों पर रहकर पार्टी की सेवा की। कई बार जेल गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वर्ष 2017 में एलिवेटेड रोड का उद्घाटन करते हुए काला झंडा दिखाकर उनका विरोध किया। जब आजम साहब और अब्दुल्ला आजम साहब को गिरफ्तार किया गया था, उस समय हमने यूपी सरकार का पुतला दहन किया था, जिसका मुकदमा आज भी चल रहा है। सपा की वजह से मैंने और मेरे परिवार ने कितनी यातनाएँ सही। इसके बावजूद पार्टी ने हमारा साथ नहीं दिया।”

फोटो साभार: मनमोहन झा का फेसबुक

हमेशा हिंदू विरोधी बयान देकर विवादों में रहने वाले औवेसी की पार्टी ने दूसरी लिस्‍ट में एक सीट पर हिंदू प्रत्‍याशी तो अन्‍य सात पर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया है। साहिबाबाद विधानसभा सीट पूरे प्रदेश में सबसे अधिक मतदाताओं वाली सीट है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस सीट पर होने वाला मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। इससे पहले एआईएमआईएम ने नौ सीटों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। यानी AIMIM अब तक 17 प्रत्याशियों के टिकट का ऐलान कर कर चुकी है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होना है। 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ इसकी शुरुआत होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण में 59 सीटों पर, चौथे चरण में 60 सीटों, पाँचवें चरण में 60 सीटों, छठे चरण में 57 सीटों और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया