पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में मिली जीत के बाद तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ता पूरे जोश में हैं। इसी जोश में होश खोते हुए टीएमसी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार (नवंबर 28, 2019) को उत्तर 24 परगना जिले के पानपुर, नैहाटी, मद्राल और बैरकपुर में चार भाजपा कार्यालयों को पेंट (TMC वाले हरे रंग से) कर दिया। साथ ही भाजपा के पार्टी दफ्तरों पर टीएमसी के झंडे भी फहराए।
चुनावी नतीजे आने के बाद टीएमसी कार्यकर्ता उत्तर 24 परगना जिले के पानपुर, नैहाटी, मद्राल और बैरकपुर में स्थित भाजपा कार्यालयों में पहुँचे और उन्होंने पार्टी के दीवारों और छतों पर पेंट कर दिया। इसके बाद उन्होंने भाजपा के कार्यालय पर टीएमसी का झंडा फहराया। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वहाँ नारेबाजी भी की।
इसके बाद टीएमसी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। बीजेपी का आरोप है कि जश्न के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी के चारों कार्यालयों पर कब्जा करने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यालयों पर पार्टी का नाम पेंट कर पोत दिया और बीजेपी का झंडा उतारकर अपनी पार्टी का झंडा लगा दिया।
नतीजों के बाद पार्टी की जीत का श्रेय जनता को देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है। उन्होंने कहा था कि वो इस जीत का श्रेय बंगाल की जनता को देते हैं। भाजपा अपने अहंकार और बंगाल के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है।
सीएम ने कहा कि ये उन लोगों की जीत है, जिन्होंने बीजेपी को दरकिनार किया। उन्होंने कहा कि नफरत की राजनीति कारगर नहीं होती। लोगों ने बीजेपी को नकारा है। उनका कहना था कि लोगों ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया, क्योंकि जिस पार्टी को लोगों ने केंद्र में जीत दिलाई अब उनसे नागरिकता प्रमाण माँग रही है। इसके साथ ही उन्होंने उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम और कॉन्ग्रेस खुद को मजबूत करने के बजाय पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद कर रही हैं।
बता दें कि इससे पहले भाजपा जिलाध्यक्ष फाल्गुनी पात्रा के घर TMC के गुंडों ने हमला बोल दिया था। इसमें उनके घर और गाड़ी दोनों को भारी क्षति पहुँची थी। इसके साथ ही करीमपुर से जयप्रकाश मजूमदार के साथ तृणमूल कार्यकर्ताओं ने बेख़ौफ़ होकर मारपीट की थी। उन्हें न सिर्फ़ थप्पड़ से मारा गया था, बल्कि धक्का भी दिया गया था। इस मारपीट का एक वीडियो सामने आया था।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के समय से ही प्रदेश की सत्ताधारी टीएमसी और केंद्र में सत्तासीन बीजेपी के कार्यकर्ताओं में झड़प की कई घटनाएँ हो चुकी हैं। बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह पर भी हमले हुए, इन हमलों के लिए भी टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया था।