पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल (TMC) कॉन्ग्रेस के गुंडों पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा करने का आरोप लगा है। रविवार (जनवरी 10, 2021) को पूर्वी मिदनापुर में टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ता भिड़ गए।
पूर्वी मिदनापुर के कोंटाई में एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के बाद लगभग 15 भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
https://twitter.com/ANI/status/1348289892338393089?ref_src=twsrc%5Etfwइससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कॉन्ग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता शुभेंदु अधकारी के नंदीग्राम कार्यालय में तोड़फोड़ की। घटना शनिवार (जनवरी 09, 2021) रात को हुई। बीजेपी ने घटनाओं में शामिल लोगों की गिरफ्तार की माँग की है। बता दें कि तृणमूल कॉन्ग्रेस छोड़ने के बाद शुभेंदु अधिकारी दिसंबर 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे।
बीजेपी नेता कनीषा पांडा ने कहा कि टीएमसी बल प्रयोग कर रही है। उन्होंने कहा, “हम नंदीग्राम में टीएमसी कैडर की वजह से हुई घटना के खिलाफ हैं। हम उन्हें कहना चाहते हैं कि वे अपने बल का प्रयोग करके जो कुछ भी कर रहे हैं, वो इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आज प्रशासन उनके साथ है।”
उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से कहा है कि अगर वे कार्रवाई नहीं करते हैं और आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करेंगे तो भविष्य की घटनाओं के लिए उनको जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”
TMC ने भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया
वहीं, तृणमूल कॉन्ग्रेस ने इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। सत्तारूढ़ दल ने कहा कि ‘पुराने’ भाजपा कार्यकर्ताओं ने नंदीग्राम कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ की है। टीएमसी ईस्ट मिदनापुर जिले के उपाध्यक्ष एसके सूफियान ने कहा, “वे (भाजपा) हमेशा झूठ बोलते हैं, और उन्हें झूठ बोलने की आदत है, उन्होंने टीएमसी का झंडा फाड़ा और ममता बनर्जी की तस्वीर जला दी। शुभेंदु अधिकारी के सहायक केंद्र को पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं ने तोड़ा, जो बैठक में उपस्थित थे और उन्होंने टीएमसी के खिलाफ आरोप लगाए।” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को टीएमसी को दोष देने के बजाय अपने कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करना चाहिए।