तालिबान की कैद में भी बेखौफ थे नजर मोहम्मद: जिस अफगानी कॉमेडियन का गला काटा, उसका Video

जब तालिबानियों ने अफगानी कॉमेडियन को मारा

अफगानिस्तान में तालिबानियों के आतंक के बावजूद उनपर कॉमेडी वीडियो बनाने वाले एक कॉमेडियन व टिकटॉकर नजर मोहम्मद उर्फ खाशा ज्वैन की पिछले माह जुलाई में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में तालिबान इस हत्या में अपना हाथ बताने से इंकार कर रहा था, लेकिन बाद में उसने पूरे कृत्य के मद्देनजर अपनी संलिप्तता की पुष्टि कर दी थी।

डेलीमेल की खबर के अनुसार, नजर मोहम्मद की बेहरमी से हत्या पर तालिबान ने कहा था कि उन्होंने वीडियो में नजर आने वाले संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और जल्द उनको तालिबान अदालत में पेश किया जाएगा। इस बयान के साथ ही उन्होंने माना था कि कंधार प्रांत के निवासी नजर की हत्या में तालिबानियों का हाथ था। उनका कहना था कि नजर मोहम्मद दोषी था लेकिन उसे तालिबान की अदालत में पेश किया जाना चाहिए था, न कि इस तरह मौत देनी चाहिए थी।

https://twitter.com/TajudenSoroush/status/1419944683086692354?ref_src=twsrc%5Etfw

बता दें कि अफगानिस्तान के लोकप्रिय कॉमेडियन नजर मोहम्मद उर्फ खाशा की पिछले माह अपहरण के बाद हत्या की गई थी। उनकी हत्या से पहले एक वीडियो सामने आई थी जिसमें तालिबानी उन्हें गाड़ी में बैठाकर थप्पड़ मार रहे थे।

कथिततौर पर, वीडियो में दिख रहा था कि कंधारी कॉमेडियन किस तरह तालिबानियों द्वारा पकड़े जाने के बाद भी तालिबान का मजाक उड़ा रहे थे कि तभी बंदूकधारी तालिबानी उनके बगल में बैठा और उनकी बात सुनते ही उन्हें झापड़ मार दिया। इसके बाद सबकों हँसाने वाले खाशा एकदम शांत बैठ गए।

खाशा को पेड़ पर बाँध कर दी गई मौत

जानकारी के मुताबिक, कंधार प्रांत से ताल्लुक रखने वाले कॉमेडियन को तालिबानी मारने के लिए उनके घर से घसीटते हुए बाहर लाए थे और फिर पेड़ से बाँधकर उनकी हत्या कर दी थी। खबरों के मुताबिक, आतंकी सूबे में सरकारी कर्मचारियों की तलाश में घर-घर जा रहे थे। 22 जुलाई को उन्होंने खाशा को पकड़कर एक पेड़ पर बाँध दिया और उनका गला काट दिया। स्थानीय पुलिस के रूप में काम करने वाले कॉमेडियन का कटा हुआ गला जमीन पर पड़ा हुआ मिला और उनका शरीर गोलियों से भुना था।

नजर के शव के साथ उनके परिजन (साभार: डेलीमेल)

इस हत्या के बाद मलाला युसूफजई के पिता जियाउद्दीन ने भी कंधार कॉमेडियन खाशा ज्वैन को श्रद्धांजलि दी थी। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा था कि खाशा पूरे जीवन लोगों को हँसाते रहे, लेकिन आतंकियों ने खाशा के बच्चों को हमेशा के लिए रोने के लिए छोड़ दिया है।

डेलीमेल की रिपोर्ट से लिया गया स्क्रीनशॉट

उल्लेखनीय है कि खाशा ज्वैन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते थे। उनके ह्यूमर के कारण उनकी फैन फॉलोविंग भी बहुत थी। आखिरी वीडियो की तरह कई वीडियो में उन्होंने तालिबान का मजाक बनाया था। ऐसे में किसे मालूम था कि तालिबान एक दिन उन्हें मारने से पहले ऐसी वीडियो बनाएगा जिसमें न उनके चेहरे पर हँसी होगी और न डर। उनकी आखिरी वीडियो में थप्पड़ पड़ने के बाद उनके चेहरे पर चुप्पी देखी जा सकती है। आज जब तालिबान का कब्जा पूरे अफगान पर हो गया है, तो उस समय की उनकी वीडियो शेयर की जा रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया