‘भारतीय रास्ते में आने वाले कुत्ते’ और PM मोदी को अपशब्द: जर्मनी में पाकिस्तानियों ने खालिस्तान के लिए किया प्रदर्शन

जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में प्रो-खालिस्तान प्रदर्शन करते पाकिस्तानी (फोटो साभार: प्रशांत वंगुरलेरकर)

जर्मनी के प्रान्त हेसेन के सबसे बड़े शहर फ्रैंकफर्ट में भारत विरोधी नारे लगाए गए। साथ ही भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपशब्द भी कहे गए। ट्विटर पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि वहाँ जमे पाकिस्तानी कट्टरपंथी ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद’ और भारत-विरोधी नारा लगा रहे हैं और भारत को खंडित कर के सिखों के लिए अलग मुल्क की माँग कर रहे हैं। फ्रैंकफुर्ट के इस वीडियो की लोग आलोचना कर रहे हैं।

जर्मनी में भारतीय मूल के सिविल इंजीनियर प्रशांत वंगुरलेरकर ने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर किया। इसमें एक व्यक्ति हाथ में तिरंगा झंडा लिए हुए है और उधर खालिस्तानी गिरोह विरोध प्रदर्शन कर रहा है। उनका भारत विरोधी रवैया देख कर ये शख्स कहता है, “बाप, बाप होता है। बेटा, बेटा होता है।” गौर करने लायक बात ये है कि खालिस्तान के लिए हो रहे इस प्रदर्शन में पाकिस्तानी झंडे लहरा रहे थे।

वीडियो में पाकिस्तानी झंडा लिए लोगों को देखा जा सकता है और सिखों की संख्या न के बराबर है। इससे साफ़ पता चलता है कि खालिस्तान सिख कट्टरवादियों की माँग कम है और पाकिस्तान इसे ज्यादा हवा दे रहा है। साथ ही इस विरोध प्रदर्शन में ‘बन के रहेगा पाकिस्तान’ नारा भी लगाया जा रहा है। साथ ही इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी ‘हाय-हाय’ के नारे लगाए जा रहे हैं। अपशब्द भी कहे गए।

https://twitter.com/vengurlekarpras/status/1294960544315846661?ref_src=twsrc%5Etfw

फ्रैंकफर्ट के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही ये पाकिस्तानी एक भारतीय को वहाँ तिरंगा लिए देखते हैं, वो उग्र हो जाते हैं और भला-बुरा कहने लगते हैं। साथ ही नारेबाजी भी तेज हो जाती है। एक पाकिस्तानी बुजुर्ग उग्र होकर रेलिंग पर चढ़ने का प्रयास करता है, जिसे पुलिस द्वारा हटाया जाता है। उन्होंने दावा किया कि वो सच्चाई पर चलते हैं और साथ ही भारतीयों के लिए ‘रास्ते में आने वाले कुत्ते’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया।

इससे पहले पंजाब के मोगा में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले खालिस्तानी तत्वों ने मुख्य प्रशासनिक भवन के ऊपर ही खालिस्तान का झंडा फहरा दिया था। इतना ही नहीं, खालिस्तान समर्थकों ने वहाँ लगे तिरंगे झंडे को भी हटा दिया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना को सख्ती से लिया और जिला प्रशासन को ऐसा करने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया