‘तुम्हें दबोच कर किस कर लेता’: 17 साल की लड़की को उस Pak मूल के क्रिकेटर का मैसेज, जिसे मीडिया बता रही रेसिज्म का ‘व्हिसलब्लोअर’

अजीम रफीक ने एक लड़की को भेजे थे आपत्तिजनक सन्देश (फाइल फोटो)

यॉर्कशायर ने पूर्व क्रिकेटर अजीम रफीक लगातार विवादों में बने हुए हैं। साथी अंग्रेज खिलाड़ी पर रेसिज्म का आरोप लगाने के कारण मीडिया ने उन्हें ‘व्हिसलब्लोअर’ का तमगा दे दिया। अब उन पर आरोप लगा है कि 6 साल पहले उन्होंने एक लड़की को अश्लील मैसेज्स भेजे थे। पीड़िता गायत्री अजीत ने बताया कि उन्हें दिसंबर 2015 में अजीम रफीक ने ये मैसेज्स भेजे थे। दोनों की मुलाकात मेनचेस्टर से दुबई जा रही एक फ्लाइट में हुई थी। गायत्री अजीत की उम्र तब मात्र 16 वर्ष थी।

गायत्री अजीत ने अब अजीम रफीक को अपनी उम्र एक वर्ष ज्यादा बताई थी। उनका कहना है कि थोड़ा ज्यादा उम्र की दिखने के लिए उन्होंने अपनी आयु 17 साल बता दी थी। उनके कहने पर फ्लाइट में वो अजीम रफीक के साथ वोडका कोक पीने के लिए भी राजी हुई थीं। लेकिन, इसके बाद पूर्व क्रिकेटर ने उन्हें दुबई में डिनर के लिए बुलाया, लेकिन गायत्री अजीत ने इसे ठुकरा दिया। दिसंबर 2015 में भेजे गए मैसेज में अजीम रफीक ने लिखा था, “तुम्हें पता है मैं फ्लाइट में क्या करना चाह रहा था? मैं तुम्हें दबोच कर दीवार के सहारे खड़ा करता और तुम्हें किस कर लेता।”

इसके बाद गायत्री अजीत ने उन्हें रिप्लाई किया, “क्या आपको इसका भान है कि मैं मात्र 17 साल की हूँ?” इस पर पाकिस्तानी मूल के इंग्लिश क्रिकेटर ने लिखा, “क्या इसका मतलब ये है कि मुझे किस करने की सोचने की अनुमति नहीं है?” साथ ही उन्होंने पूछा था, “क्या तुम मुझे किस करने देती?” फ़िलहाल यॉर्कशायर में रहने वाली 22 वर्षीय गायत्री अजीत का कहना है कि ये मैसेज्स डरावने थे। तब उन्होंने मैसेज भेज कर अजीम रफीक को एक ‘विकृत व्यक्ति’ भी कह दिया था।

‘यॉर्कशायर पोस्ट’ को गायत्री अजीत ने बताया, “इस तरह के भोंडेपन वाले मैसेंजर पाकर मैं हैरान थी। वो काफी अश्लील थे। मैं उनके द्वारा लगाए गए रेसिज्म के आरोपों को नकार नहीं रही, क्योंकि मैं निश्चित हूँ कि वो वास्तविक अनुभव हैं। लेकिन, उनके द्वारा कही गई कुछ बातों के बातें मेरे लिए फिट नहीं बैठतीं। वो कह रहे हैं कि उन्हें उनके टीम के साथियों ने पीने को मजबूर किया, तो क्या वो फ्लाइट में अकेले नहीं पी रहे थे और एक 17 साल की लड़की को पीने के लिए उकसा रहे थे?”

पीड़िता ने कहा कि रेसिज्म का आरोप लगाते समय अजीम रफीक ने जो बातें कही, उनके साथ पूर्व क्रिकेटर का व्यवहार उसके एकदम उलट था। उन्होंने ‘बराबरी और सम्मान’ की बाते करने वाले पाकिस्तानी मूल के क्रिकेटर पूछा कि महिलाओं के प्रति उनकी ये भावना नहीं दिखती, तो क्या ये दोहरा रवैया नहीं है? उन्होंने कहा कि व्यवस्था में बदलाव की बातें करने वाले अजीम रफीक खुद समस्या का हिस्सा हैं। अजीम रफीक की टीम ने कहा है कि वो इस पर बाद में जवाब देंगे।

क्यों चर्चा में हैं पाकिस्तानी मूल के अंग्रेज क्रिकेटर अजीम रफीक

नवंबर 2021 के पहले हफ्ते में ही इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर माइकल वॉन को खिलाड़ियों द्वारा नस्लवाद का आरोप लगाने के बाद बीबीसी के शो से बाहर कर दिया गया था। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि माइकल वॉन ने अजीम रफीक सहित एशियाई समूह के खिलाड़ियों से कहा था, ”इस समूह में आप जैसे बहुत खिलाड़ी हैं, हमें इसके बारे में कुछ करने की आवश्यकता है। यह रफीक का इंग्लिश काउंटी में पहला सीजन था।” माइकल वॉन ने एक कॉलम में लिखा था, ”मैं पूरी तरह और स्पष्ट रूप से इनकार करता हूँ, मैंने कभी उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया, मेरे पास कुछ भी छिपाने के लिए नहीं है।”

यॉर्कशायर के पूर्व खिलाड़ी अजीम रफीक ने लीड्स एम्प्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल को अपने साथ हुई नस्लवादी घटना की पूरी जानकारी मंगलवार (16 नवंबर 2021) को दी थी। यॉर्कशायर के लिए खेलते हुए अपने पाकिस्तानी मूल के कारण अजीम रफीक ने जो-जो नस्लवादी टिप्पणी सही, उसके खिलाफ उन्होंने यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया था। आरोप है कि यॉर्कशायर के लिए खेलते समय उन्हें मैथ्यू हॉगर्ड (इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व फास्ट बॉलर) ने “राफा द काफिर (Raffa the Kaffir)” से लेकर “सूअर (Pigs)” और “हाथी धोने वाला (Elephant washer)” तक कहा

हाल ही में अजीम रफीक ने अपने एक बयान के लिए 10 साल बाद माफी माँगी है। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि एक दशक पहले उन्होंने यहूदियों पर अपनी बयानबाजी की थी। वह उसके लिए आज माफी माँगते हैं। उनके मुताबिक 10 साल बाद वो बिलकुल अलग इंसान हैं। उन्होंने लिखा, “मुझे आज 2011 की एक फोटो भेजी गई। मैंने इसे देखा तो यह मेरे ही अकाउंट से थी और इसे मैंने ही किया था। मेरे पास कोई बहाना नहीं है। मुझे इस बात का पछतावा है। मैंने अब इसे हटा दिया है ताकि इससे कोई और नुकसान न हो। मैं उस समय 19 साल का था। मैं उम्मीद करता हूँ और विश्वास करता हूँ कि आज मैं अलग इंसान हूँ।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया