कलमा पढ़ने से मना किया तो पादरी को मार दी गोली: पाकिस्तान में जहाँ जलाए गए थे चर्च, वहाँ अब ‘लब्बैक या रसूल अल्लाह’ चिल्लाते हुए पादरी पर हमला

पाकिस्तान में पादरी ने कलमा पढ़ने से मना किया तो मारी गोली (फोटो साभार: PCP)

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। अब पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले में ईसाई पादरी को गोली मारने की घटना सामने आई है। पीड़ित की पहचान एलियाजर सिद्धू के रूप में हुई। आरोप है कि कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के सदस्य पादरी पर इस्लाम कबूलने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर उन लोगों ने पादरी को गोली मार दी।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, मामला पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में फैसलाबाद जिले की जरानवाला तहसील का है। यहाँ के म्योंग-सांग-नोसेर्थ चर्च में पादरी एलियाजर सिद्धू 2 सितंबर, 2023 की रात करीब 9:30 बजे घर लौट रहा था। इसी दौरान उस पर हमला हो गया। हमले में गोली उसके कंधे पर जा लगी। इससे वह जमीन पर गिर गया। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुँचे और उसे को हॉस्पिटल में भर्ती कराया। फिलहाल पादरी की हालत स्थिर है और उसे हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है।

बीएसीएस से बातचीत में पादरी एलियाजर सिद्धू ने कहा है, “मुझ पर आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के आतंकियों ने हमला किया। मैं बाइक से जा रहा था। तभी दो लोगों ने बीच रास्ते में बाइक खड़ी कर मुझे जबरन रोक दिया। इसके बाद हमलावरों ने मुझे कलमा पढ़ने के लिए कहा। लेकिन मैंने मना कर दिया। इस पर उन्होंने ‘लब्बैक या रसूल अल्लाह’ का नारा लगाते हुए गोली चला दी। गोली कंधे पर लगी इससे मैं गिर गया।”

पादरी ने यह भी कहा है कि इस हमले से कुछ दिन पहले वह अपने बेटे को स्कूल छोड़ने जा रहा था। इसी दौरान दाढ़ी वाले कुछ लोगों ने उसे धमकी देते हुए कहा था, “जिस तरह से चर्च की दीवार लिखे नारे हटा दिए गए हैं। उसी तरह तुम्हें भी जल्द ही हटा दिया जाएगा।”

गौरतलब है कि गत माह 16 अगस्त को फैसलाबाद के जरानवाला तहसील में ही इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ ने ईसाइयों को निशाना बनाकर हमले किए थे। इस हमले में 21 चर्चों में आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी। वहीं ईसाइयों के कई दर्जन घरों पर हमला हुआ था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 135 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं करीब 600 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। गिरफ्तार किए गए लोगों में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के सदस्य भी शामिल हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया