‘ड्रोन बॉय’ प्रताप के फर्जी दावे पर वास्तविक ड्रोन निर्माता जर्मन कम्पनी ने दी चेतवानी, कहा- स्पष्ट करें नहीं तो कानून का सामना

'ड्रोन बॉय' के नाम से फेमस प्रताप ने ड्रोन बनाने की झूठी कहानियाँ गढ़ीं

तथाकथित ‘ड्रोन बॉय’ प्रताप एनएम द्वारा एक कन्नड़ चैनल को दिए एक इंटरव्यू में अपने साथ ड्रोन की एक फोटो दिखाने और उसे अपने द्वारा बनाने के दावे के ठीक 2 दिन बाद ही उस ड्रोन के वास्तविक निर्माता ने प्रताप और उनके बीच इस ड्रोन के निर्माण को लेकर किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।

जर्मन कंपनी, बिल्ज़आई – मल्टीकॉप्टरसिस्टम (BillzEye – Multicoptersysteme), जिसने कि ‘ड्रोन बॉय’ प्रताप द्वारा दिखाए गए फोटो में नजर आ रहे ड्रोन को बनाया, ने अपनी वेबसाइट में एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि प्रताप ने ‘बीटीवी लाइव’ चैनल पर दिए इंटरव्यू में झूठ बोला था।

कंपनी के मालिक बिल गुटबियर द्वारा जर्मन में जारी बयान में कहा गया है कि जर्मनी के हनोवर में आयोजित CeBIT 2018 में ड्रोन को प्रदर्शित किया गया था, और कई आगंतुकों ने प्रदर्शन के लिए अपने बूथ और उनके ड्रोन की तस्वीरें लेने का अनुरोध किया था।

बिल गुटबियर का कहना है कि प्रताप एनएम ने स्टॉल से संपर्क किया और उनसे ड्रोन के बारे में सवाल पूछे, जैसे कि वे क्या कार्य कर सकते हैं आदि, और उन्होंने प्रसन्नतापूर्वक उनके सवालों के जवाब भी दिए।

बातचीत के बाद, प्रताप ने पूछा था कि क्या वह और उसका दोस्त स्टॉल की तस्वीरें ले सकते हैं? और बिल इसके लिए सहमत भी हो गए थे। तस्वीरें लेने के बाद, प्रताप और उनके दोस्त ने अलविदा कहते हुए स्टॉल छोड़ दिया था।

बिल ने कहा कि हनोवर एक्सपो में प्रदर्शित सभी ड्रोन, विशेष रूप से प्रताप के साथ फोटो में दिखाए गए BETH-01 ड्रोन, BillzEye – Multicoptersysteme की संपत्ति हैं, और ‘ड्रोन बॉय’ प्रताप का इस ड्रोन के डिजाइन, इसके विकास, निर्माण या फिर इसके वितरण से कोई लेना-देना नहीं है।

बयान में आगे कहा गया – “वह बिल्ज़आई का कर्मचारी, सहयोगी भागीदार या शेयरधारक नहीं है। यह ड्रोन, जो उनकी तस्वीर का मुख्य आकर्षण है, बिल गुटबियर द्वारा विशेष रूप से डिजाइन और निर्मित किया गया था।” बयान में आगे कहा गया है कि कंपनी के पास मौजूद ड्रोन के दस्तावेजों, सीएडी फाइल्स और तस्वीरों से यह प्रमाणित भी किया जा सकता है।

दरअसल, प्रताप एनएम ने दावा किया है कि उनके स्मार्टफोन पर उनके द्वारा दिखाया गया ड्रोन उन्हीं का है और उन्होंने ही इसे बनाया भी था। ड्रोन के वास्तविक निर्माता ने कहा – “यह गलत बयान है। उन्होंने हनोवर में CEBIT 2018 में ड्रोन का केवल एक फोटो लिया था, और अगर वह ऐसा दावा करता है, तो वह झूठ बोल रहा है।”

उन्होंने आगे कहा है कि चूँकि प्रताप एनएम ने ड्रोन के संबंध में गलत बयान दिया है, इसलिए बिल गुटबियर ने उन्हें तथ्यों को स्पष्ट करने के लिए कहा है। अगले बयान में उन्होंने कहा कि अगर प्रताप इस अनुरोध का अनुपालन नहीं करता है और वह फर्जी दावा करना जारी रखता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

‘ड्रोन बॉय’ प्रताप का इंटरव्यू

ऑपइंडिया द्वारा तथाकथित ‘ड्रोन बॉय’ प्रताप एनएम के झूठे दावों की पोल खोलने के ही कुछ दिनों बाद कहा कि उसने ई-कचरे (ई-वेस्ट) का इस्तेमाल कर के 600 ड्रोन बनाए हैं और इसके लिए उसने कई पुरस्कार और पदक जीते हैं।

प्रताप एनएम कन्नड़ चैनल ‘बीटीवी लाइव’ के साथ एक इंटरव्यू दे रहा था। शो में, प्रताप ने कई प्रमाण पत्र दिखाए, जिसमें उन्होंने ड्रोन प्रतियोगिताओं को जीतने और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में शामिल होने का दावा किया।

इंटरव्यू में प्रताप ने जर्मन कम्पनी के ड्रोन को अपना बताया था

लेकिन उन घटनाओं के आयोजकों ने पहले ही इस तरह की प्रतियोगिताओं और पुरस्कारों के आयोजन से इनकार करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि प्रताप एनएम झूठ बोल रहा है।

जबकि, प्रताप ने अपने द्वारा बनाए गए किसी भी ड्रोन को दिखाने से साफ़ इनकार कर दिया था। उन्होंने अपने फोन पर मौजूद CEBIT 2018 में ड्रोन के साथ अपनी एक तस्वीर जरूर दिखाई थी।

यह तस्वीर कई वेबसाइटों द्वारा पहले से ही प्रकाशित की गई थी, साथ ही उनकी ‘उपलब्धियों’ पर आधारित स्टोरी और शो में, उन्होंने दावा किया था कि वह खुद उस ड्रोन के डेवलपर हैं।

लेकिन ऑपइंडिया के ही एक फैक्ट चेक में यह स्पष्ट किया गया था कि प्रताप के दावे झूठे और बेबुनियाद हैं और यह ड्रोन एक जर्मन कंपनी BillzEye – Multicoptersysteme द्वारा बनाया गया है।

उल्लेखनीय है कि इसी ड्रोन बॉय ने दावा किया था कि उसने ई-कचरे और मिक्सर ग्राइंडर से 600 ड्रोन विकसित किए थे। प्रताप की इन कहानियों पर यकीन करते हुए कई ऐसे लेख सामने आए थे जिनमें दावा किया जाने लगा की प्रताप ने दुनिया भर के विभिन्न ड्रोन एक्सपो में कई स्वर्ण पदक जीते हैं, 87 देशों द्वारा उसे आमंत्रित किया गया है, और अब पीएम मोदी के साथ ही डीआरडीपी से उन्हें काम पर रखने के लिए कहा गया है। जबकि वास्तव में यह सब सिर्फ एक काल्पनिक कहानी थी, जिस कहानी का निर्माण ड्रोन बॉय प्रताप एनएम ने ही किया था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया