बकरीद है बर्बर और घिनौना इस्लामी हत्याकांड: डच सांसद गीर्ट, पैगंबर मुहम्मद और कुरान पर भी उठाए सवाल

डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स को मिली जान से मारने की धमकी (फोटो साभार: गीर्ट का ट्विटर )

आतंक और धार्मिक असहिष्णुता को लेकर बेहद मुखर रहने वाले डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स (Geert Wilders) ने पशु हिंसा को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा कि बकरीद के नाम पर मुस्लिमों द्वारा पशुओं की खिलाफ की जाने वाली हिंसा बंद होनी चाहिए। इतना ही नहीं, उन्होंने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) और मजहबी किताब कुरान (Quran) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की अपील की।

गीर्ट ने मुस्लिमों के त्योहार बकरीद को लेकर ट्वीट कर कहा, “आज से शुरू हो रहे घिनौने बर्बर इस्लामी बलिदान का त्योहार #ईद हत्याकांड पर रोक लगाओ।” गीर्ट ने इसके साथ ही एक भेड़ की हत्या का वीभत्स फोटो भी साझा किया है।

अपने अन्य ट्वीट में गीर्ट ने कहा कि पैगंबर मुहम्मद और कुरान के खिलाफ लोगों को शिकायत दर्ज करानी चाहिए और अदालत में साबित करना चाहिए कि इसके मूल में हिंसा, भेदभाव और असहिष्णुता है। इसके बिना समाज अधिक स्वतंत्र और सुरक्षित रहेगा।

गीर्ट इस्लाम और जिहाद के नाम पर हिंसक रूप के आलोचक रहे हैं। देश में नूपुर शर्मा को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन और उदयपुर में कन्हैया लाल एवं अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या पर उन्होंने इस्लामी कट्टरपंथ पर सवाल उठाए थे।

गीर्ट ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्हें आग में जलता दिखाया गया है। वीडियो में लिखा हुआ है ‘गीर्ट वाइल्डर्स को सजा दो। हम उसे कभी माफ नहीं करेंगे।’ इसके लिए उन्होंने इस्लामी कट्टरपंथियों पर निशाना साधा और कहा कि वे कभी किसी के सामने नहीं झुकेंगे।

अपने ट्वीट में गीर्ट ने लिखा, “वे मुझे ये भेजते हैं क्योंकि मैं नूपुर शर्मा और हिंदुत्व का समर्थन करता हूँ तथा हिंसक एवं अधिनायकवादी इस्लामी अवधारणा ईशनिंदा के खिलाफ खड़ा हूँ। लेकिन, मैं इस तरह की बर्बरता के आगे कभी नहीं झुकूँगा और आजादी के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूँगा। हमेशा!”

उदयपुर में कन्हैया लाल की गला काटकर हत्या पर गीर्ट ने कहा था कि कट्टरवाद, आतंकवाद और जिहादियों से हिंदुत्व को बचाना जरूरी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “एक दोस्त होने के नाते मैं भारत को सलाह दे रहा हूँ कि असहिष्णुता के प्रति सहिष्णु होना बंद कीजिए। जिहादियों, आतंकवादियों और कट्टरपंथियों से हिंदुत्व की रक्षा कीजिए। इस्लाम का तुष्टिकरण नहीं करिए, नहीं तो यह बहुत भारी पड़ेगा। हिंदुओं को ऐसे नेता चाहिए जो शत प्रतिशत उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हों।”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा है, “भारत में हिंदुओं को सुरक्षित होना चाहिए। यह उनका देश है। उनकी मातृभूमि है। भारत उनका है। भारत कोई इस्लामिक देश नहीं है।” गौरतलब है कि जून की शुरुआत में वाइल्डर्स ने नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए कहा था कि अपराधी और आतंकवादी अपनी धार्मिक असहिष्णुता और घृणा व्यक्त करने के लिए सड़क पर हिंसा करते हैं।

इसके बाद उन्हें कट्टरपंथियों की ओर से धमकी भी मिली थी। इसके स्क्रीनशॉट साझा करते हुए उन्होंने लिखा था, “यही कारण है कि मैं बहादुर नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहा हूँ। जान से मारने की सैकड़ों धमकियाँ। यह मुझे उनका समर्थन करने के लिए और भी अधिक दृढ़ बनाता है। क्योंकि, बुराई कभी नहीं जीत सकती। कभी नहीं।”

गीर्ट ने कहा था कि इस्लाम (Islam) असहिष्णु है और इसकी विचारधारा दुनिया के लिए खतरा है। उन्होंने कहा था कि भारत से माफी माँगने वाले मुल्क देश बेहद क्रूर शरिया शासन से संचालित होतेे हैं और उनका मानवाधिकार का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है।

वाइल्डर्स ने कहा था कि जो मुल्क अपने यहाँ के अल्पसंख्यकों की हत्या कर देते हैं और उन्हें जेल में डाल देते हैं, वे कानून द्वारा शासित एक लोकतांत्रिक देश से माफी की माँग करते हैं तो यह सबसे बड़ा पाखंड है। उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि ईरान, कतर, सऊदी अरब जैसे इस्लामिक अपने अल्पसंख्यकों को कितना प्रताड़ित करते हैं। उन्होंने इस्लामिक देशों को सबसे बड़ा पाखंडी बताया।

हॉलैंड की सबसे बड़़ी पार्टी के प्रमुख और वहाँ की संसद में विपक्ष के नेता वाइल्डर्स ने एक अन्य ट्वीट में कहा था, “केवल अपराधी और आतंकवादी अपनी धार्मिक असहिष्णुता और घृणा व्यक्त करने के लिए सड़क पर हिंसा का उपयोग करते हैं। असहिष्णु के प्रति सहिष्णु होना बंद करो। हम जीवन को संजोते हैं, वे मृत्यु को संजोते हैं।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया