17 बंधकों की ‘घरवापसी’: इस्लामी आतंकी हमास औकात में आया, कर रहा था आनाकानी – इजरायल को मिली तीसरी सूची

हमास की कैद से छूटी बच्ची को गले लगाता एक पिता (चित्र साभार: Times of Israel)

इस्लामी आतंकी संगठन हमास की कैद से 17 बंधक शनिवार (25 नवम्बर 2023) को रिहा किए गए। इजरायल ने भी जेलों में बंद 39 फिलिस्तीनियों को छोड़ा। दोनों के बीच यह अदला-बदली 4 दिवसीय सीजफायर के तहत हुई है। इससे पहले शुक्रवार को 13 बंधक छोड़े गए थे।

हमास की तरफ से छोड़े जाने वाले बंधकों में 4 थाईलैंड के छात्र भी हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 के हमले के दौरान इजरायल के भीतर से बंधक बनाया गया था। हमास की कैद से छोड़े जाने वाले बंधकों में बच्चे और महिलाएँ हैं। उनकी अपने परिवार से मिलने की तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही हैं।

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को इस्लामी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर गाजा के भीतर से हमला कर दिया था। इस हमले में हमास ने 230 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था और 1,200 से अधिक लोगों को मार दिया था। इसके जवाब में इजरायल ने भी गाजा पर कब्जे के लिए सैन्य अभियान चला दिया है।

लगभग 7 सप्ताह की लड़ाई के बाद हाल ही में क़तर और मिस्र की मध्यस्तता से इजरायल और हमास के बीच 4 दिन के लिए सीजफायर समझौता हुआ है। इजरायल इस दौरान 150 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा जबकि हमास अपनी कैद से 50 बंधकों को छोड़ेगा। सीजफायर के आगे बढ़ने की आशाएँ व्यक्त की गई हैं।

हमास द्वारा छोड़े गए बंधक रेडक्रॉस द्वारा इजरायल लाए गए हैं। इजरायल को आगे छोड़े जाने वाले बंधकों की तीसरी सूची मिल गई है। इन्हें आज रविवार (26 नवम्बर 2023) को छोड़ा जाएगा। इन बंधकों के परिवार वालों को इसकी सूचना दे दी गई है।

हमास की कैद से मुक्त होने वाले 17 व्यक्तियों में 8 बच्चे हैं। इनमें 4 ऐसी महिलाएँ हैं, जिनके छोटे बच्चे हैं। 1 युवती को भी रिहा किया गया है। इनमें 13 इजरायली नागरिक हैं। इसके अलावा 4 थाई नागरिक हैं, जिनके विषय में थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने जानकारी दी है।

अब तक कुल 26 इजरायली नागरिक हमास की कैद से छोड़े जा चुके हैं। शुक्रवार को भी इन इजरायली नागरिकों के अलावा 10 थाई नागरिक और 1 फिलिपीन्स के नागरिक को छोड़ा गया था। हमास लगभग एक दर्जन नागरिकों को हर दिन छोड़ेगा, ऐसी उम्मीद की जा रही है।

हमास पहले तय हुई शर्तों के बाद भी बंधक छोड़ने में आनाकानी कर रहा है। शनिवार को उसने इजरायली बंधकों को तय समय पर छोड़ने में देरी की। उसने उत्तरी गाजा में सहायता वाले ट्रकों के पहुँचने पर बंधकों को छोड़ने की बात की। हालाँकि बाद में बंधकों को छोड़ दिया गया।

हमास द्वारा छोड़े गए बंधकों में ऐसे भी हैं, जिनके परिवार के लोग हमास द्वारा मार दिए गए हैं। छूटने वाले बंधकों में अधिकांश किब्बुत्ज़ बेरी इलाके के है, जहाँ हमास ने नरसंहार किया था। अभी हमास की कैद से छूटने वाले बंधकों में महिलाएँ और बच्चे हैं।

इजरायल द्वारा छोड़े जाने वाले फिलिस्तीनी छोटे-मोटे आरोपों में जेल में बंद थे। अधिकांश इनमें से इजरायली सुरक्षा बलों पर हमला करने के आरोपित हैं। एक फिलिस्तीनी महिला को भी छोड़ा गया है, जिसने एक कार में बम विस्फोट किया था।

अभी इजरायल और हमास के बीच समझौते का एक दिन बचा हुआ है। मध्यस्थता कर रहा कतर चाहता है कि यह आगे बढ़ जाए। इजरायल का कहना है कि प्रत्येक 10 बंधकों को छोड़ने पर वह अपनी सैन्य कार्रवाई को एक-एक दिन के लिए रोकता जाएगा। अभी भी हमास की कैद में लगभग 150 से अधिक बंधक हैं।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया