पहले लिखी- हाऊ टू मर्डर योर हस्बैंड, फिर अपने पति को ही मारी गोली: 71 साल की लेखिका पर मर्डर ट्रायल शुरू

पति की हत्या केस में लेखिका पर मुकदमा

एक समय में ‘अपने पति की हत्या कैसे करें (हाऊ टू मर्डर योर हस्बैंड)’ शीर्षक के साथ पूरा लेख लिखने वाली लेखिका पर इस समय वाकई अपने पति को जान से मार देने के कारण मुकदमा चल रहा है। इस लेखिका का नाम नैंसी क्रैम्प्टन ब्रोफी है। 71 वर्षीय लेखिका पर आरोप है कि इन्होंने 2018 में अपने 63 साल के पति डेनियल ब्रोफी को गोली मारी थी। घटना के 3 माह बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया था। अब उनके ऊपर मुकदमा चल रहा है।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार डेनियल को पोर्टलैंड के ओरेगॉन कलिनरी इंस्टीट्यूट में उनकी पीठ और छाती पर गोलियाँ मारी गई थीं। नैंसी ब्रोफी ने इस घटना के बाद पुलिस को बताया कि वो उस समय घर में थीं जब उनके पति को गोली मारी गई। मगर बाद में जासूसों ने पुलिस को सूचना दी कि जिस दिन ब्रोफी को मारा गया उस दिन उनकी पत्नी घटनास्थल के आसपास थीं।

डेनियल की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर उनके करीबी फोन करने की सोच रहे हैं, तो ये बिलकुल सही बात है लेकिन इस समय वह कुछ सोचने-समझने में सक्षम नहीं हैं। कथिततौर पर घटना के कुछ ही दिन बाद ही लेखिका ने पुलिस वालों से ये भी कहा था कि वो उन्हें एक पत्र दें कि वो अपने पति के मर्डर केस में संदिग्ध नहीं है ताकि वो अपने पति के 40 हजार डॉलर (30 लाख रुपए) वाली लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी की रकम जाकर ले सकें।

सोमवार को जब लेखिका का ट्रायल शुरू हुआ तो उनपर इसी आधार पर आरोप लगे। दलील थी कि अधिकारियों को ये बाद बाद में पता चली है कि डेनियल की हत्या से नैंसी को सीधे-सीधे 1.5 मिलियन डॉलर (113429250 रुपए) का फायदा होता। इसलिए उन्होंने लालच में आकर ये सब किया। 

बता दें कि लेखिका को उनके पति की हत्या में नामजद किए जाने से पहले पूरी हत्या एक रहस्य थी क्योंकि पुलिस को कभी कोई संदिग्ध मिला ही नहीं। पड़ताल में किसी तरह की दुश्मनी की बात नहीं सामने आई और न ही ऐसा लगा कि डेनियल का सामान चुराने के लिए उनके साथ जोर जबरदस्ती हुई। आखिरी वक्त में उनका वॉलेट, सेलफोन, कार की चाबियाँ सब वैसे की वैसे उनके पास ही थीं।

‘पति की हत्या कैसे करें’- नैंनी ब्रोफी का लेख

अब मालूम हो कि नैंसी ब्रोफी जिन्हें उनके लेखों के कारण जाना जाता है। उन्होंने साल 2011 में एक लेख लिखा था जिसका शीर्षक था- ‘अपने पति की हत्या कैसे करें।’ इस लेख संबंधी जानकारी पर कोई सुनवाई करने से कोर्ट ने मना कर दिया। अदालत ने कहा कि ये लेख एक सेमिनार के लिए लिखा गया था और वो इसमें लिखी सामग्री को नहीं सुनना चाहते।

तस्वीर साभार: न्यूयॉर्क टाइम्स

रिपोर्टस के मुताबिक 2011 में लिखे इस लेख में नैंसी ने लिखा था, “एक रोमांटिक सस्पेंस लेखिका होने के नाते, मैं हत्या के बारे में सोचने में और इसके बाद पुलिस कार्रवाई के बारे में सोचने में बहुत समय बिताती हूँ। आखिरकार, अगर अगर मैं हत्या करके मुक्त होना चाहूँ तो मैं निश्चित तौर पर जेल में तो समय नहीं बिताना चाहूँगी।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया