हिजाब नहीं पहनने पर एक लड़की को उसकी अम्मी ने जलाया, दूसरी लड़की को पुलिस ने मारते-मारते पहुँचा दिया कोमा में

ईरान में हिजाब न पहनने के कारण नाबालिग कोमा में, अमेरिका में महिला ने बेटी का गला दबाया (साभार-www.click2houston.com और रायटर्स)

हिजाब पहनने को लेकर ईरान और अमेरिका से दो हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। जहाँ तेहरान मेट्रो में हिजाब कानून को तोड़ने पर 16 साल की लड़की मेट्रो में एजेंटों के साथ टकराव के बाद कोमा में चली गई

वहीं अमेरिका के टेक्सास के किंगवुड में एक माँ ने अपनी बेटी को महज इसलिए मारा, पीटा, गला दबा डाला कि उसने इंस्टाग्राम पर बेटी को नंगे सिर देख लिया था। ईरान में अधिकारी इस घटना से इनकार कर रहे हैं और वहीं किंगवुड में बेटी को मारने वाली माँ को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बात ईरान के तेहरान वाली घटना से शुरू करते हैं। यहाँ 16 साल की अर्मिता गेरावंद (Armita Geravand) को तेहरान मेट्रो में बगैर हिजाब के सफर करना भारी पड़ गया। रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (1 अक्टूबर, 2023 ) को अर्मिता की मेट्रो में इस्लामिक ड्रेस कोड लागू करने वाले अधिकारियों के साथ झड़प हो गई। इस ड्रेस कोड के मुताबिक महिलाओं को सिर ढकना जरूरी होता है। इस दौरान वो बुरी तरह से घायल होकर कोमा में चली गई। मेट्रो से ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

ईरानी अधिकारियों ने ईरानी-कुर्द अधिकार समूह हेंगॉ के कार्यकर्ताओं की उन रिपोर्टों का भी सिरे से नकरा दिया है जिसमें जेरावंद के घायल होने और कोमा में जाने का दावा किया गया था। ये मामला यहीं पर ही नहीं थमा। हेंगॉ के मुताबिक, गुरुवार (5 अक्टूबर, 2023) को गेरावंद की माँ शाहीन अहमदी को उस अस्पताल के पास से गिरफ्तार कर लिया जहाँ उनकी बेटी का इलाज चल रहा है।

ईरान की न्यायपालिका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ईरानी-कुर्द अधिकार समूह हेंगॉ की रिपोर्ट का खंडन किया। देश की न्यूज एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक, न्यायपालिका ने किसी भी गिरफ्तारी से इनकार किया है। इसमें कहा गया है कि अज्ञात लोग अपने फायदे के लिए गेरावंद के कोमा में होने की अफवाहें फैला रहे हैं।

अधिकार समूहों को डर है कि गेरावंद की किस्मत भी 22 साल की महसा अमिनी की तरह ही न हो। अमिनी की पुलिस की हिरासत में सितंबर 2022 में मौत हो गई थी। अमिनी की मौत से ईरान की सरकार के खिलाफ देश भर में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए। विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए यहाँ खतरनाक कार्रवाई की गई।

बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने सख्त रुख अपनाते हुए एक नया हिजाब कानून लागू कर डाला जिसमें सार्वजनिक जगहों पर हिजाब न पहने वाली लड़कियों और औरतों को सजा दी जाती है। बीते महीने ही इस कानून को लेकर संयुक्त राष्ट्र के वहाँ तैनात मानवाधिकार अधिकारियों ने फ्रिक जताई थी।

उधर दूसरी तरफ अमेरिका के टेक्सास के पूर्वोत्तर ह्यूस्टन के किंगवुड में 36 साल की सितार मजहर खान ने हिजाब न पहनने को लेकर अपनी 14 साल की बेटी पर अमानवीय अत्याचार किया। सितार ने न सिर्फ पीटा बल्कि ब्रेड ठीक से गर्म न करने पर बेटी को गर्म ओवन रैक से जला भी डाला।

हैरिस काउंटी के प्रासीक्यूटर ने सितार पर परिवार के एक सदस्य पर हमला करने, बच्ची को शारीरिक चोट पहुँचाने का आरोप लगाया। सितार को बुधवार (4 अक्टूबर,2023) को इन आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।

कोर्ट में इस मामले की सुनवाई कर रहे एक अधिकारी के मुताबिक, सितार अपनी बेटी को इंस्टाग्राम पर बगैर हिजाब के देख अपना आपा खो बैठी और उसकी पिटाई के साथ ही गला दबाया। इससे उनकी बेटी बेहोश हो गई।

प्रॉसीक्यूटर ने कुल 75,000 डॉलर का बांड माँगा था, लेकिन अधिकारी ने दोनों आरोपों के लिए सितार खान पर 20,000 डॉलर का बांड तय किया। सुनवाई अधिकारी ने कहा कि पीड़ित बच्ची बाल सुरक्षा सेवा में है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया