‘पाकिस्तान में रहना जेल में रहने जैसा’: न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ने बताया कमेंट्री के बाद ‘बाबर आजम फैंस’ का खौफ, कहा- कई दिनों तक भूखा रहा, मेंटली टॉर्चर किया

साइमन डुल की पाकिस्तान पर टिप्पणी (तस्वीर साभार: criconclick)

न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर व वर्तमान में कमेंटेटर साइमन डुल ने पाकिस्तान में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार का अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि ये घटना ठीक तब की है जब उन्होंने ऑन एयर पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम की स्ट्राइक रेट की आलोचना की और उसके बाद उनकी कमेंटेटर व पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर आमिर सोहेल के साथ बहस हुई।

डुल ने बताया कि किस तरह उन्हें बाबर आजम के फैन्स के कारण कैद रहना पड़ा। अपने इतने बुरे अनुभव पर उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में रहना जेल में रहने जैसा है।”

उन्होंने कहा, “मुझे बाहर जाने की अनुमति नहीं थी क्योंकि बाबर आजम के फैन मेरा इंतजार कर रहे थे। मैं कई दिनों तक वहाँ भूखा रहा। मैं वहाँ मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था। ईश्वर का शुक्र है कि मैं किसी तरह पाकिस्तान से भागने में सफल हुआ।”

बता दें कि डुल ने तीखा कमेंट बाबर आजम पर पीएसएल के दौरान किया था। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ी को टीम को पहले रखना चाहिए और इसके बाद अपने पर्सनल माइलस्टोन के बारे में सोचना चाहिए।

मालूम हो कि साइमन डुल फिलहाल आईपीएल में कमेंटेटर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने आजम की तरह विराट कोहली की स्ट्राइक रेट पर भी सवाल खड़े किए थे। उन्होंने लखनऊ के खिलाफ खेले गए आरसीबी मैच के दौरान कहा था कोहली केवल अपने लिए खेल रहे थे। उनको अपनी हाफ सेंचुरी की चिंता थी टीम के स्कोर की नहीं।

PCB में चल रहा बाबर आजम पर विचार

बाबर आजम की बात करें तो उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ चल रहे टी20 सीरीज से आराम दिया गया था जो सीरीज पाकिस्तान 1-2 से हार गई थी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजम सेठी ने भी उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर कहा था कि शाहिद अफरीदी के नेतृत्व में पैनल बाबर आजम को रिप्लेस करने की सोच रहा है।

उन्होंने बताया अंतिम निर्णय पैनल का होगा। सेठी के मुताबिक महीनों से पाकिस्तान में इस बात पर चर्चा चल रही है कि बाबर आजम को कप्तान बरकरार रखने या हटाने के क्या फायदे-नुकसान हैं। हालाँकि पीसीबी चीफ नजम सेठी ने एक साक्षात्कार में ये भी कहा था कि बाबर आजम तब तक पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बने रहेंगे, जब तक वो मैच जिताते रहेंगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया