पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा फिर पड़ा उल्टा: बालाकोट स्ट्राइक की बरसी पर अभिनंदन के 2 मिनट के वीडियो में 16 कट

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट (साभार: सोशल मीडिया)

पाकिस्तानी सेना के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस यूनिट ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Abhinandan Varthaman) का एक और प्रोपेगेंडा वाला वीडियो जारी किया है। अभिनंदन भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के वही पायलट हैं, जिन्होंने दो साल पहले 27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ दिया था। इस दौरान वह पाकिस्तानी सीमा में पहुँच गए थे, जिसके दो दिन बाद उन्हें वहाँ से रिहा किया गया। अब जो वीडियो जारी हुआ है, उसे लेकर ये पुष्टि नहीं हो पाई है कि वह कब का है।

महज दो मिनट के इस वीडियो (Abhinandan Varthaman Video) में कम से कम 16 एडिट्स हैं। इस वीडियो में अभिनंदन कश्मीर में शांति लाने और भारत-पाकिस्तान में कोई अंतर ना होने की बात करते दिख रहे हैं। इसके साथ ही वह वीडियो में पाकिस्तानी सेना की खातिरदारी की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन वीडियो में इतने ज्यादा कट हैं कि इसकी सत्यता पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि पाकिस्तान वीडियो के जरिए अपनी अच्छी छवि पेश करने की कोशिश करना चाहता है।

https://twitter.com/CTV_Digital/status/1365533051107872769?ref_src=twsrc%5Etfw

एडिटेड वीडियो में अभिनंदन कह रहे हैं, “ऊपर से नीचे आते वक्त पैराशूट से मैंने दो मुल्क देखे। दोनों में मुझे फर्क पता नहीं चला, दोनों एक जैसे खूबसूरत हैं। जब मैं नीचे गिरा तो मुझे पता नहीं चला कि मैं पाकिस्तान में हूँ या अपने देश हिंदुस्तान में, दोनों मुल्क एक जैसे ही लगे। मुझे चोट लगी थी काफी गहरी और मैं हिल नहीं पा रहा था। मैंने कोशिश की यह जानने की कि मैं कहाँ हूँ। जब मुझे पता चला कि मैं अपने मुल्क में नहीं हूँ तो मैंने भागने की कोशिश की। मेरे पीछे लोग भागे थे और वो काफी उत्तेजित लग रहे थे और वे चाहते थे कि मुझे पकड़ लें। तभी पाकिस्तानी आर्मी के दो जवान आए, उन्होंने मुझे पकड़ा और बचाया। एक कप्तान, उन्होंने इन लोगों से बचाया यूनिट तक ले गए जहाँ फर्स्ट एड दिया गया हॉस्पिटल ले जाया गया। वहाँ जाँच हुई और एड दिया गया, तब से आपकी खातिरदारी के साथ मैं यहाँ पर हूँ। क्या हो रहा है कश्मीरी के साथ वह न आपको पता है न मुझे पता है। हमें शांति से सोचना चाहिए।”

कायराना करतूतों से ध्यान भटकाने की कोशिश

बेशक वीडियो जारी कर पाकिस्तान अपनी छवि अच्छी बनाने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन उसकी हरकतों से उसी की पोल खुल गई है। उसने ऐसा कर अपने सैनिकों की उन कायराना करतूतों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश की है, जिसके तहत वो पीओके (POK) और बलूचिस्तान (Balochistan) के लोगों पर अत्याचार करते हैं। इस वीडियो की एडिटिंग इतनी खराब है कि पाकिस्तान ने इसे जारी कर अपने खुद के पैर पर ही कुल्हाड़ी मारने वाला काम किया है।

सीआरपीएफ के काफिले पर किया था हमला

साल 2019 में 14 फरवरी वाले दिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले (Pulwama District) में स्थित लेथपोरा में जम्मू कश्मीर नेशनल हाईवे पर सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। बाद में जब इस घटना की जाँच की गई तो पता चला कि इसके पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का हाथ है। इसके फिर 12 दिन बाद 26 फरवरी को आईएएफ के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में घुस कर जैश के ठिकानों पर बम बरसाए थे।

पाकिस्तान को मिली थी नाकामी

फिर अगले दिन पाकिस्तान ने इसका बदला लेने की कोशिश की लेकिन भारत के लड़ाकू विमानों ने उसकी ये कोशिश भी नाकाम कर दी। भारत के इस एक्शन की दुनिया के कई देशों ने सराहना की थी। क्योंकि इसका मकसद केवल और केवल आतंकवादियों का सफाया करना था। 

पहले तो पाकिस्तान ने किसी तरह की एयर स्ट्राइक (Balakot Airstrike) से इनकार कर दिया था लेकिन बाद में उसने भी एयर स्ट्राइक की बात मान ली थी। इसके साथ ही उसने बालाकोट तक मीडिया को नहीं जाने दिया था। मीडिया को वहाँ तक पहुँचने में दो महीने तक का वक्त लग गया था, जिसके चलते वहाँ हुए कुल नुकसान का ठीक से पता नहीं चल सका था।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया