शुरू हो गया बड़ा युद्ध! यूक्रेन के लुहांस्क-डोनेट्स्क में घुसी रूसी सेना, निवेशकों के ₹9100000000000 डूबे

रुस-यूक्रेन संकट पहुँचा चरम पर (फाइल फोटो)

यूक्रेन के पूर्वी इलाकों की तरफ रूसी सेना को बढ़ने का आदेश जारी होने का एशियाई बाजारों पर गहरा असर देखने को मिला और मंगलवार (22 फरवरी 2022) को इनमें तेज गिरावट दर्ज की गई। जापान का निक्केई सूचकांक शुरुआती कारोबार के दौरान 2.2 प्रतिशत गिर गया जबकि हांगकांग के सूचकांक हांगसेंग में 3.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जंग की आशंका में आई गिरावट पिछले 5 दिनों में बीएसई में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैपिटलाइजेशन 9.1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कम हो गई है। निवेशकों के पैसे डूब गए हैं। 16 फरवरी के बाद से बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 16 फरवरी आखिरी दिन था जब भारतीय बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।

ताजा जानकारी के मुताबिक, रूस की सेना यूक्रेन के दो प्रांतों लुहांस्क-डोनेट्स्क (डोनबॉस इलाके) में घुस गई है। राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सोमवार (22 फरवरी, 2022) को यूक्रेन के इन दोनों राज्यों को स्वतंत्र देश घोषित किया था। इसके बाद रूसी सेना के टैंक इन इलाकों की तरफ बढ़ गए। विद्रोहियों ने यूक्रेन के मिलिट्री ट्रक को उड़ा दिया है। वहीं, जर्मनी ने रूसी गैस पाइपलाइन को ध्वस्त कर दिया है। पुतिन ने कहा कि लुहांस्क-डोनेट्स्क और अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाके में शांति बनाए रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है।

इसी बीच ब्रिटेन ने यूक्रेन में रूस की घुसपैठ की पुष्टि की है। ब्रिटिश स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा- यूक्रेन में रूसी आक्रमण शुरू हो गया है। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है, “हम रूस के इस कदम से डरते नहीं हैं। हमने किसी से न तो कुछ लिया है और न ही किसी को कुछ देंगे।” जेलेंस्की ने कहा कि रूस की घोषणाओं और खतरों के बावजूद यूक्रेन की अंतरराष्ट्रीय सीमाएँ वैसे ही बनी रहेंगीं, जैसे पहले थीं। यूक्रेन के दो प्रांतों को स्वतंत्र घोषित करने वाले ​​पुतिन के कदम के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।

लुहांस्क-डोनेट्स्क को आजाद घोषित करने के पुतिन के फैसले की दुनिया में निंदा की जा रही है। NATO चीफ ने इसे अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन बताया है। वहीं, अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने चेतावनी दी है कि उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएँगे। UNSC में यूक्रेन के डिप्लोमैट सर्गेई किस्लिट्स्या ने कहा- हम इस मसले के राजनीतिक और डिप्लोमैटिक समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन हम उकसावे के आगे नहीं झुकेंगे।

रूस बोला- पश्चिमी देशों ने हमें मजबूर किया

यूक्रेन तनाव पर UNSC की मीटिंग में रूस का कहना है, “हमारी तरफ से इस मसले के डिप्लोमैटिक हल के रास्ते खुले हैं। हालाँकि हमारा डोनबास इलाके में खूनी संघर्ष का कोई इरादा नहीं है, लेकिन इस मामले में अमेरिका की लीडरशिप में पश्चिमी देशों के नेगेटिव रोल ने हमें मजबूर कर दिया है।”

अमेरिका ने लुहांस्क और डोनेट्स्क क्षेत्र पर लगाया बैन

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी नागरिकों को लुहांस्क और डोनेट्स्क क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट से रोकने वाले आदेश पर साइन कर दिया है। अमेरिका के अलावा EU और ब्रिटेन ने भी रूस पर पाबंदियाँ लगाने की बात कही है। इसके अलावा बाइडेन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की। अमेरिका ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है।

एअर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट यूक्रेन रवाना

इधर भारत ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकालने की कवायद तेज कर दी है। एअर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट मंगलवार सुबह यूक्रेन के लिए रवाना हुई। यह फ्लाइट आज रात तक दिल्ली लौट आएगी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा- “20,000 से ज्यादा भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों और बॉर्डर क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की सलामती हमारी प्राथमिकता है।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया