श्री लंका: सेना की वर्दी का ग़लत इस्तेमाल कर फिर हमले कर सकते हैं आतंकी, अलर्ट जारी

श्री लंका में रविवार को हमले के बाद पहली बार कर्फ्यू हटाया गया

श्री लंका में अधिकारियों ने नई चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ईस्टर के दिन कोलंबो में हुए धमाकों के पीछे जिन इस्लामिक आतंकियों का हाथ है, वो नए हमलों की भी योजना बना रहे हैं। श्री लंकाई अधिकारियों के अनुसार, ये आतंकी सेना द्वारा प्रयोग किए जाने वाली ड्रेस और गाड़ियों का प्रयोग कर हमलों को अंजाम देने की फ़िराक़ में हैं। श्री लंका पुलिस ने कहा है कि आतंकी और भी हमले कर सकते हैं, ऐसी संभावना है। ऐसा उन्होंने श्री लंकाई जनप्रतिनिधियों को लिखे एक पत्र में कहा है। इस पत्र में ताज़ा सूचनाओं व जाँच के हवाले से यह भी कहा गया है कि आतंकी सेना की वर्दी का ग़लत इस्तेमाल कर सकते हैं। ये लोग बीते रविवार (अप्रैल 28, 2019) को भी हमले करने की फ़िराक़ में थे लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आतंकी कामयाब नहीं हो पाए।

श्री लंका में अबतक कई आरोपितों व आतंकियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है और इस्लामिक आतंकवाद से निपटने के लिए सरकार ने कई नए नियम लागू किए हैं। गिरफ़्तार आरोपितों से पूछताछ जारी है। 21 अप्रैल को हुए हमले में 250 से भी अधिक लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। हालाँकि खूँखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है लेकिन स्थानीय आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात और जम्मियातुल मिलातुल इब्राहिम पर भी पुलिस की शक की सूई जा रही है। भारतीय एजेंसियों ने भी जब आईएस मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था, तब श्री लंका को ऐसे किसी हमले को लेकर आगाह किया गया था।

रविवार की रात श्री लंका सरकार ने ईस्टर ब्लास्ट्स के बाद पहली बार कर्फ्यू में ढील दी। लेकिन, राजधानी कोलंबो में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी गई और लोगों व वाहनों की तलाशी ली गई। पत्र में कहा गया है कि श्री लंका के पूर्वी किनारों पर बेस बातिकालोवा में हमले किए जा सकते हैं। इसी जगह पर चर्च में हुए विस्फोट के दौरान ईस्टर के दिन 27 लोग मारे गए थे। आतंकियों का अन्य निशाना क्या हो सकता है, इस बारे में अधिक कुछ नहीं बताया गया है। श्री लंका के मंत्रियों ने भी कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा नए सिरे से चेतावनी जारी की गई है।

https://twitter.com/BBCWorld/status/1122728588443299840?ref_src=twsrc%5Etfw

श्री लंका सरकार ने चेहरा ढँकने वाले बुर्का का प्रयोग भी बैन कर दिया है। एक इमरजेंसी क़ानून के माध्यम से इस नियम को लागू करते हुए सरकार ने कहा कि किसी भी प्रकार से ऐसी चीजों का सार्वजनिक तौर पर उपयोग प्रतिबंधित रहेगा, जिससे व्यक्ति की पहचान छुपती हो। श्री लंका के एक इस्लामी संगठन ने बुर्के को प्रयोग न करने की सलाह दी है। अबतक ईस्टर धमाकों के सम्बन्ध में 150 आरोपितों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। इसके अलावा 150 अन्य पुलिस के रडार पर हैं, जिसकी तलाश चल रही है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया