भारत के खिलाफ ‘ब्लैक डे’ मनाने वाले POK मूल के सांसद नजीर अहमद का इस्तीफा: महिला के यौन शोषण का है आरोप

हाउस ऑफ लॉर्ड्स से नजीर अहमद को देना पड़ा इस्तीफा

पाकिस्तान मूल के ब्रिटिश सांसद नजीर अहमद ने ब्रिटेन के हाउस ऑफ लार्ड्स से 14 नवंबर को इस्तीफा दे दिया। यह जानकारी हाउस ऑफ लार्ड्स की कंडक्ट कमेटी ने दी। हाउस के कोड ऑफ कंडक्ट की जाँच में नजीर को यौन शोषण का दोषी पाए जाने के बाद उनसे इस्तीफा माँगा गया था।

समिति ने बताया, “लॉर्ड अहमद ने हाउस ऑफ लॉर्ड्स से 14 नवंबर को इस्तीफा दे दिया लेकिन कमेटी ने जिस रिपोर्ट पर रजामंदी कायम की थी, उसमें सिफारिश की गई थी कि वह इस्तीफा दें।”

बता दें कि हाउस ऑफ लार्ड्स के सदस्य नजीर अहमद ने ब्रिटेन में अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए ताहिरा जमान नामक महिला को मदद का आश्वासन देकर उसका यौन शोषण किया था।

इसके बाद ब्रिटिश संसद के उच्च सदन की आचार संबंधी समिति ने मामले की जाँच की थी जिनमें रोटरडम इलाके से आने वाले अहमद पर लगे आरोपों को सही पाया गया।

जानकारी के मुताबिक, अहमद ने हाउस ऑफ लॉर्ड के सदस्य के पद पर रहते हुए मार्च 2, 2017 को ताहिरा का यौन उत्पीड़न किया था। अहमद ने महिला से झूठ बोला था कि वह एक हकीम (FAITH HEALER) के ख़िलाफ़ मेट्रोपॉलिटियन पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने में उसकी मदद करेगा।

जाँच अधिकारी ने अहमद के ऊपर लगे आरोपों पर कहा, “मैंने पाया कि लॉर्ड अहमद ने यह जानने के बाद जमान का घबराहट और अवसाद का ईलाज चल रहा है, उन्होंने उसका भावनात्मक और शारीरिक रूप से यौन शोषण किया। जो कोड के उल्लंघन की गंभीरता को बढ़ाता है।”

इसके बाद अहमद ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कंडक्ट कमेटी में जाँच अधिकारी की रिपोर्ट के ख़िलाफ़ अपील भी की, लेकिन कमेटी ने इसे नकार दिया। अब बिना किसी बहस के 19 नवंबर को हाउस में कमेटी की रिपोर्ट अप्रूव की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि यह नजीर अहमद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मीरपुर जिले का निवासी है। भारत के 69वें गणतंत्र दिवस पर इसने ब्लैक डे प्रदर्शन का आयोजन किया था। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फाड़ा गया था और पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने उसे पैरों तले रौंदा था। इतना ही नहीं अहमद ने ऐसी प्राइवेट बिलबोर्ड वैन भी मँगवाई जिसमें फ्री कश्मीर, फ्री खालिस्तान, फ्री असम, फ्री नागालैंड और फ्री मणिपुर लिखा दिख रहा था।

बता दें कि लॉर्ड अहमद की नियुक्ति पूर्व ब्रिटिश पीएम टोनी ब्लेयर द्वारा हुई थी। पिछले काफी समय से ही अहमद का ट्रैक रिकॉर्ड दागी रहा है। उन्हें कई विवादों के ऊपर लेबर पार्टी से निलंबित किया गया है। साल 2007 में एक कार क्रैश के कारण जेल की सजा भी हुई थी। 2018 में नजीर ने कश्मीर और सिख अलगाववादियों के लिए यूके में प्रदर्शन भी किया था

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया