ओबामा हों या बायडेन… सबके पुरखों के पास थे अश्वेत गुलाम, डोनाल्ड ट्रंप एकमात्र अपवाद: अमेरिका के वर्तमान व पूर्व जीवित राष्ट्रपतियों की वंशावली पर राॅयटर्स की रिपोर्ट

डोनाल्ड ट्रंप और बराक ओबामा (साभार: विकीमीडिया)

डोनाल्ड ट्रंप (Donald Tump) अमेरिका के इकलौते जीवित राष्ट्रपति हैं, जिनके पूर्वजों के पास गुलाम नहीं थे। हालाँकि, वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और उनके सभी पूर्ववर्ती, जो अभी जीवित हैं, वे उन लोगों के वंशज हैं जिन्होंने अश्वेत लोगों को अपना गुलाम बनाया था। वहीं, अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इससे अछूते नहीं है।

अमेरिका न्यूज एजेंसी रॉयर्टस ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों के पूर्वजों द्वारा रखे गए गुलामों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। Slavery’s Descendants सीरीज में ‘अमेरिका के पॉलिटिकल एलिट क्लास’ के नाम से जारी डेटा में रॉयटर्स ने बताया है कि पाँच जीवित राष्ट्रपति, दो सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, 11 गवर्नर और 100 सांसद ऐसे हैं, जिनके पूर्वजों ने अश्वेत लोगों को गुलाम बनाया था।

अमेरिका के जीवित राष्ट्रपतियों में डोनाल्ड ट्रंप को छोड़कर जिमी कार्टर, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा के पूर्वज गुलाम रखते थे। दरअसल, बराक ओबामा की माँ श्वेत अमेरिकी थी और उनके परिजन गुलाम रखते थे। इसलिए ओबामा भी इनसे अलग नहीं हैं। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के पूर्वज 1865 में गुलामी ख़त्म होने के बाद अमेरिका आए थे।

दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप के दादा-दादी का जन्म दक्षिण-पश्चिमी जर्मनी के एक छोटे से शहर कल्स्टेड में हुआ था। वे 1900 की शुरुआत में अमेरिका गए थे। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप की माँ मैरी का जन्म स्कॉटलैंड में हुआ था। इसलिए वे अश्वेत लोगों की गुलामी, उत्पीड़न की क्रूर व्यवस्था के हिस्सा नहीं है। इस व्यवस्था के कारण अमेरिका के इतिहास में सबसे घातक संघर्ष हुआ था।

अगर गुलामों संख्या की बात करें तो जिमी कार्टर के पूर्वजों ने 54 गुलाम रखे थे। वहीं, जॉर्ज बुश के पूर्वजों ने 25, बराक ओबामा के पूर्वजों ने दो, बिल क्लिंटन और जो बाइडेन के पूर्वजों ने एक-एक गुलाम रखे थे। अमेरिका के वर्तमान में कम-से-कम 28 प्रतिशत रिपब्लिकन और 8 प्रतिशत डेमोक्रेट ऐसे हैं, जिनके पूर्वजों ने गुलाम रखा था।

वहीं, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के नौ मौजूदा न्यायाधीशों में से दो – एमी कोनी बैरेट और नील गोरसच के प्रत्यक्ष पूर्वजों ने लोगों को गुलाम बनाया था। साल 2022 के अनुसार, अमेरिका के 50 राज्यों में से 11 के वर्तमान गर्वनरों के पूर्वजों ने गुलाम रखे थे। इन 11 गवर्नरों में से 8 के पूर्वजों ने कॉन्फेडरेट स्टेट्स ऑफ अमेरिका का गठन किया था और गुलामी को बनाए रखने के लिए युद्ध छेड़ दिया थी।

वहीं, अमेरिकी कॉन्ग्रेस के दो अश्वेत सदस्य- टिम स्कॉट और जेम्स क्लाइबर्न के पूर्वज गुलाम थे। टिम स्कॉट सीनेटर हैं और रिपब्लिकन पार्टी से अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे हैं। वहीं, अश्वेत सीनेटर जेम्स क्लाइबर्न एक प्रभावशाली डेमोक्रेट हैं। इनके भी पूर्वज गुलाम थे।

दक्षिण कैरोलिना के रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम के परदादा जोसेफ मैडॉक्स की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति की बिक्री की रसीद तैयार की गई थी। दिनांक 1 फरवरी 1845 को तैयार रसीद में उन आठ लोगों की बिक्री को दिखाया गया है, जिन्हें मैडॉक्स ने गुलाम बनाया था। इन आठ लोगों में 5 बच्चे भी थे: सेला, रुबिन, जेम्स, साल और ग्रीन। मैडॉक्स काल ‘नीग्रो आदमी सैम’ $155.25 में बेचा गया था। उनके नाम पर एक सॉरल घोड़ा ($10.50) और एक फोल्डिंग टेबल ($9.87) सहित वस्तुएँ सूचीबद्ध थीं।

दक्षिण कैरोलिना से रिपब्लिकन सीनेटर नैन्सी मेस की परदादी ड्रूसिला मेस का बेटा जॉन मेस ने भी गुलाम रखे थे। मुक्ति संग्राम के दशकों बाद एक पूर्व गुलाम व्यक्ति ने एक साक्षात्कार में बताया गया था कि उसे जॉन मेस के लिए काम करने के लिए कहा गया था, जिसने 1860 में सात लोगों को गुलाम बनाया था।

इलिनोइस के डेमोक्रेट सीनेटर टैमी डकवर्थ के परदादा हेनरी कोए ने 1829 में अपनी संपत्ति के मूल्यांकन में गुलामों के नाम और उनके मूल्यांकित डॉलर जिक्र किया था। इसके अलावा, उन्होंने अपने खेत और जानवरों के बारे में बताया था, जिनमें सात भेड़, एक मेमना और एक बछड़ा शामिल था।

सबसे धनी गुलाम धारकों में से एक रिचर्ड सेशंस थे, जो टेक्सास के रिपब्लिकन प्रतिनिधि पीट सेशंस के परदादा थे। रिचर्ड सेशंस के पास दक्षिण की सबसे उपजाऊ भूमि में से लगभग 770 एकड़ भूमि थी। 1860 तक 43 वर्षीय सेशंस अमेरिका के सबसे अमीर 1% लोगों में शामिल थे। चिकोट काउंटी में उनकी ज़मीन की कीमत $75,000 थी।

उनकी व्यक्तिगत संपत्ति – जो मुख्य रूप से मानव संपत्ति में मापी जाती है, $200,000 से कहीं अधिक थी। एक गणना के अनुसार आज के पैसे में यह मूल्य $113 मिलियन (927 करोड़ रुपए) थी। उनके पास सबसे अधिक 96 गुलाम थे। ये गुलाम उनकी जमीन पर काम करते थे और उनके परिवार का ख्याल करते थे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया