पाकिस्तान ने कैसे आतंक को पाला और दिया बढ़ावा- वरिष्ठ शिक्षाविद कर रही थीं खुलासा: बीबीसी के एंकर ने बोलने से रोका, देखें वीडियो

फिलिप थॉमस के साथ क्रिस्टीन फेयर

बीबीसी न्यूज चैनल के एंकर फिलिप थॉमस ने रविवार (5 सितंबर 2021) को चैनल पर एक शो के दौरान जानबूझकर वरिष्ठ शिक्षाविद क्रिस्टीन फेयर को बोलने से रोक दिया ताकि वह आतंकवादियों को पनाह देने और पोषण करने के मामले में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर न कर दें। एंकर के इस कदम के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया है।

पत्रकार काइल ऑर्टन ने बीबीसी के साक्षात्कार के एक वीडियो क्लिप को शेयर किया था, जिसमें क्रिस्टीन फेयर को अफगानिस्तान में संकट को बढ़ाने में पाकिस्तान की भूमिका पर चर्चा करते हुए सुना गया था। वीडियो में क्रिस्टीन ने कहा, “पाकिस्तान अफगानिस्तान में जिस तरह की अस्थिरता चाहता है वह उसे मैनेज कर सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान शरणार्थियों की कहानियों को अपनी सामान्य किराए की रणनीतियों के तौर पर इस्तेमाल करेगा। आप देखिए, पाकिस्तान खुद ही आगजनी करता है और वह चाहता है कि लोग उसे फायर ब्रिगेड समझें। पाकिस्तान इस (संकट) का मुद्रीकरण करता है।”

बीबीसी प्रेजेंटर फ़िलिप थॉमस ने उन्हें बीच में रोककर दावा किया कि वरिष्ठ शिक्षाविद द्वारा लगाए गए आरोपों का पाकिस्तान ‘खंडन’ करेगा। क्रिस्टीन फेयर ने सवाल किया, “आपको कैसे मालूम?” हालाँकि, थॉमस ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए कहा कि ‘अस्थिर अफगानिस्तान’ को मैनेज कर पाना पाकिस्तान के लिए काफी जोखिम भरा होगा। फेयर ने जवाब दिया, “पाकिस्तान हमेशा जोखिम को स्वीकार करता रहा है। वे कभी भी जोखिम से नहीं भागे। चाहे भारत में अविश्वसनीय रूप से अपमानजनक आतंकी हमलों को देख रहे हों या 1990 के दशक में तालिबान के समर्थन को देखें।”

https://twitter.com/KyleWOrton/status/1434261510268854275?ref_src=twsrc%5Etfw

दक्षिण पूर्व एशियाई भू-राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ ने बताया कि कैसे पाकिस्तान आतंकवादियों को इस उम्मीद से पनाह देता है कि वह केवल ‘पड़ोसियों’ पर ही हमला करेगा। क्रिस्टीन के बयान से नाराज बीबीसी प्रेजेंटर ने उन्हें यह कहते हुए आगे बोलने से रोक दिया कि उसके चैनल पर पाकिस्तान का कोई भी राजनयिक उनके आरोपों का जवाब देने के लिए उपलब्ध नहीं। फेयर ने कहा, “भगवान का शुक्र है आपके पास (एक पाकिस्तानी राजनयिक) नहीं है! अन्यथा वह अपनी कल्पनाशीलता को आगे बढ़ाता रहता।”

फिलिप थॉमस ने क्रिस्टीन फेयर को अपने शो में आगे बोलने से रोकते हुए दावा किया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में तालिबान के निर्माण में किसी भी भूमिका से इनकार किया था। बीबीसी एंकर द्वारा चैनल से हटाए जाने से पहले नाराज वरिष्ठ शिक्षाविद ने कहा, “आप उसका प्रचार कर कर रहे हैं।” अपने ट्वीट में काइल ऑर्टन ने टिप्पणी की, “बीबीसी न्यूज का सार यह है कि हमारे ‘निष्पक्षता’ सिद्धांत का इस्तेमाल मूल रूप से क्रिस्टीन फेयर को बोलने से रोकने के लिए किया गया। वह भी तब जब उन्होंने अफगानिस्तान में पाकिस्तान की जिहाद नीति का वर्णन किया और जिसकी वजह से हम सभी की यह दुर्गति हुई। कोई भी ऐसा मुद्दा नहीं बचा है, जिसमें तथ्यात्मक रूप से संतुलन हो।”

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया