अर्णब पर मुंबई पुलिस की एक और FIR, गिरफ्तारी के वक्त महिला पुलिस को मारने का लगाया आरोप

अर्णब गोस्वामी के खिलाफ एक और FIR

मुंबई पुलिस ने अर्णब गोस्वामी पर एक और FIR दर्ज की है। इस एफआईआर में कहा गया है कि जब पुलिस की टीम अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करनी पहुँची तो उस दौरान उन्होंने महिला पुलिस अधिकारी से मारपीट की।

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जबकि हम सबने टीवी पर देखा कि अर्णब को गिरफ्तार करने के लिए एके-47 के साथ पुलिस फोर्स उनके घर पहुँची थी। मुंबई पुलिस ने अर्णब गोस्वामी के घर में घुसकर न केवल रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ को गिरफ्तार करने की कोशिश की, बल्कि उनके नाबालिग बेटे और बुजुर्ग सास-ससुर सहित उनके परिवार पर भी शारीरिक हमला किया।

रिपब्लिक टीवी चैनल के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें पुलिस अर्णब गोस्वामी के घर के अंदर जबरन घुसती दिख रही है और दोनों के बीच बहस होती दिख रहा है। इस बीच मुंबई पुलिस उनके साथ बदसलूकी भी करती साफ़ नजर आती है।

कथित तौर पर, 30-40 से अधिक मुंबई पुलिस के जवान डराने-धमकाने के लिए एके-47 जैसे हथियारों को लेकर गए थे। उन्होंने अर्णब गोस्वामी को बालों से खींचकर रायगढ़ पुलिस स्टेशन में हिरासत में लेने के लिए एक पुलिस वैन में जबरन बैठाया। इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें मुंबई पुलिस का काफी बुरा बर्ताव देखा जा सकता है, जिसमें न केवल अर्णब गोस्वामी और उनके परिवार को धमकी दी गई, बल्कि उनके परिवार पर भी हमला किया गया।

बता दें कि अर्णब गोस्वामी को महाराष्ट्र सीआईडी ने साल 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की मौत की जाँच के सिलसिले में हिरासत में लिया है। पुलिस उन्हें रायगढ़ थाने ले गई। अर्णब गोस्वामी ने पुलिस वैन से कहा, इन्होंने मुझे मारा है। मेरे साथ शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार किया है।

अर्णब गोस्वामी की पत्नी सीनियर एडिटर साम्यब्रता रे गोस्वामी को भी पुलिस अधिकारियों ने पकड़ लिया और फिर कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा। मुंबई पुलिस ने भी जबरदस्ती उसे वीडियो रिकॉर्ड करने से रोकने की कोशिश की। मुंबई पुलिस को साम्यब्रता के हाथों से कागजात छीनते हुए भी देखा जा सकता है और उन्हें यह कहते सुना गया, “आपको बस इस पर हस्ताक्षर करना है।”

अर्णब गोस्वामी ने वीडियो में कहा, “मैं रिपब्लिक टीवी का संपादक हूँ, आपने मेरा शारीरिक शोषण किया है, क्या यह सही है? सचिन, आप  मुझे बताओ। मैं सहयोग करूँगा लेकिन मुझे शारीरिक हमला स्वीकार नहीं है। मैं अपने वकीलों की सलाह लूँगा। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।”

एक पुलिस अधिकारी, जो अर्णब को वॉर्निंग दे रहे थे, उन्होंने यूनिफॉर्म भी नहीं पहना था। इस पर अर्णब की पत्नी ने सवाल उठाए थे। वीडियो में अर्णब को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मेरे बेटे को मारा गया है।” रिपब्लिक टीवी के प्रमुख अर्णब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने उनकी बेल्ट पकड़कर खींचा और उन पर वार किया जिससे उन्हें कुछ चोटें आईं। अर्णब ने मुंबई पुलिस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें परिवार से बात करने से भी रोका गया, इसके बाद अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस अपने साथ वैन में ले गई।

रिपब्लिक टीवी के मुताबिक, अर्णब के घर पहुँची पुलिस टीम के पास कोई समन, दस्तावेज या कोर्ट के पेपर तक नहीं थे। इसके बाद भी पुलिस ने अपनी जाँच का हवाला दे-दे कर चैनल के पत्रकार निरंजन नारायणस्वामी और संजय पाठक को अर्णब के घर में घुसने से रोका, साथ ही सभी प्रवेश व निकास की जगहों को बंद करवा दिया।

चैनल का कहना है कि उन्हें कुछ इस तरह से वैन में लेकर जाया गया, जैसे वो एक अपराधी हों। उनकी पत्नी ने उन पुलिसकर्मियों को ‘एनकाउंटर कॉप्स’ और चैनल ने इसे अघोषित आपातकाल का फासीवादी कदम बताया है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया