अंग्रेजी बोलती हैं महुआ मोइत्रा, इसलिए किया टारगेट: कुतर्क के नए पहाड़ पर चढ़े राजदीप सरदेसाई, चमचई में भूल गए TMC सांसद का आचार

महुआ मोइत्रा के बचाव में राजदीप सरदेसाई ने तथ्यों को अनदेखा किया (फोटो साभार: द हिंदू/यूट्यूब)

अपने उलटे-सीधे बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने दावा किया है कि तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वह अंग्रेजी बोलती हैं। उन्होंने यह दावा अपने यूट्यूब चैनल पर ‘महुआगेट’ नाम के वीडियो में 11 नवम्बर 2023 को किया।

सरदेसाई ने इस वीडियो में कहा, “पहले राहुल गाँधी की सदस्यता का खत्म किया जाना और अब महुआ मोइत्रा के ऊपर कार्रवाई। क्या कोई मैसेज भेजा जा रहा है? अगर ऐसा है तो कौन ऐसे मैसेज भेज रहा है?” राजदीप ने इस तरीके से सीधे सपाट मामले को सनसनीखेज बनाने का प्रयास किया।

सरदेसाई यहीं नहीं रुके, उन्होंने महुआ के पैसे लेकर सवाल पूछने के पूरे कांड को दरकिनार करते हुए कह दिया, “क्या महुआ मोइत्रा सिर्फ इसलिए निशाने पर आई क्योंकि वह अंग्रेजी बोलती हैं और बहुत जल्दी ही उन्होंने अपने बहुत सारे दुश्मन बना लिए? इसके बारे में एक बार सोचिए।”

राजदीप सरदेसाई ने इस बीच यह सिद्ध करना चाहा कि महुआ मोइत्रा पर हो रही कार्रवाई उनके आचार को लेकर नहीं, बल्कि उनके अंग्रेजी बोलने, विपक्ष से होने के कारण हो रहा है। वह एक पीड़ित हैं। राजदीप ने यह सब काम इस पूरे मामले की कहानी की परतें खोलने के आड़ में किया।

महुआ मोइत्रा के लिए सहानुभूति बटोरने के क्रम में राजदीप यहाँ तक बढ़ गए कि उन्होंने उनके अमेरिका से लौट कर राजनीति में उतरने को एकदम विशिष्ट काम बता डाला। उन्होंने यह भी दावा किया कि राहुल गाँधी के अलावा महुआ मोइत्रा अकेली ऐसी नेता हैं, जिन्होंने ‘तथ्यों’ के साथ अडानी समूह पर प्रश्न उठाए।

महुआ को पैसे और महँगे गिफ्ट देने वाले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को भी राजदीप ने महुआ को बचाने के लिए लपेटे में लिया। उन्होंने कहा कि हीरानंदानी को आचार समिति ने क्यों नहीं बुलाया? उन्होंने महुआ को पैसे देने की बात क्यों स्वीकारी?

गौरतलब है कि महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे और महँगे गिफ्ट लेकर लेकर लोकसभा में अडानी समूह के विरुद्ध सवाल पूछने का आरोप है। उनको पैसे और गिफ्ट देने की पुष्टि खुद हीरानंदानी ने की है।

इस सम्बन्ध में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ के पूर्व पार्टनर जय अनंत देहाद्राई द्वारा दिए गए साक्ष्यों के आधार पर लोकसभा स्पीकर को शिकायत की थी। लोकसभा की आचार समिति ने इस मामले की जाँच कर महुआ की लोकसभा से सदस्यता रद्द करने की अनुशंसा की है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया