64% आतंकियों को सेना ने आतंकी बनने के साल भर में ही मार गिराया, 7% को तो बस 10 दिन में

आतंकवाद से जुड़ने वाले 64 % स्थानियों को सेना ने उतारा साल भीतर मौत के घाट

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन और जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंग ने शुक्रवार (जुलाई 2, 2019) को की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात की।

उन्होंने आतंकवाद की ओर जा रहे घाटी के युवकों की ओर इशारा करते हुए मीडिया से बातचीत में सेना के गहन शोध का हवाला दिया।

https://twitter.com/ANI/status/1157210438796369920?ref_src=twsrc%5Etfw

उन्होंने बताया कि 2019 में आतंकवाद से जुड़ने वाले 7 प्रतिशत आतंकियों को सेना ने 10 दिन के अंदर मार गिराया, जबकि हथियार उठाने वाले 64 प्रतिशत स्थानीय आतंकियों को आतंकवाद से जुड़कर पहले साल ही अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

https://twitter.com/SwarajyaMag/status/1157247969382391808?ref_src=twsrc%5Etfw

अपनी बातचीत में कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कश्मीरी अभिभावकों से अपील की कि वो अपने बच्चे को 500 रुपए के लिए आतंकवादी न बनने दें। सेना के मुताबिक 83% स्थानीय आतंकियों का पत्थरबाजी का ही इतिहास होता है। इसलिए, अगर वो आज वो अपने बच्चों को नहीं नहीं रोकते तो साल भीतर उन्हें मरना पड़ेगा।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया