CDS बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जाँच के लिए IAF की ‘ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’, कहा- मृतकों की गरिमा के लिए अटकलों से बचें

सीडीएस बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में क्रैश हो गया था। (साभार: डीएनए/ इंडिया टुडे)

सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश मामले की जाँच के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) ने ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है। इसको लेकर इंडियन एयरफोर्स ने ट्वीट किया, “भारतीय वायुसेना ने 08 दिसंबर 21 को हुए दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों की जाँच के लिए एक ट्राई-सर्विस कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है। जाँच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्यों को सामने लाया जाएगा। तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करते हुए बेबुनियाद अटकलों से बचना चाहिए।”

इस बीच शुक्रवार (10 दिसंबर 2021) को सीडीएस बिपिन रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान गृह में किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार (9 दिसंबर 2021) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं ने वीरगति प्राप्त नायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी थी।

गौरतलब है कि सीडीएस बिपिन रावत 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कोयंबटूर से सुलूर के लिए एक आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान कुन्नूर में उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। हादसे के वक्त विमान में सीडीएस के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, लांसनायक विवेक कुमार, लांसनायक बीसाई तेजा, हवलदार सतपाल समेत 14 लोग सवार थे। इनमें से 13 लोगों की मृत्यु हो गई थी, जबकि इस दुर्घटना में बचे एकमात्र अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है।

तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना के बाद रक्षा मंत्रालय ने ट्राई सर्विस इन्क्वायरी का गठन का ऐलान किया था। इसके साथ ही एयरफोर्स के ऑफिसर ट्रेनिंग कमांड के कमांडर एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में मामले की जाँच के आदेश दिए गए है। मानवेंद्र सिंह के पास विभिन्न प्रकार से विमान उड़ाने का 6,600 से अधिक घंटे का अनुभव है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया