संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में आतंकवाद पर लताड़ के बाद पाकिस्तान (Pakistan) बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जारदारी (Bilawal Bhutto Zardari) और विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) के बाद अब वहाँ की सामाजिक सुरक्षा मंत्री शाजिया मर्री (Shazia Marri) ने भारत के भारत को गीदड़ भभकी दी है।
शहबाज शरीफ सरकार की महिला मंत्री शाजिया मर्री ने शनिवार (17 दिसंबर 2022) को भारत को परमाणु हमले की धमकी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने एटम बम खामोश बैठने के लिए नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मुँहतोड़ जवाब देना जानता है।
शाजिया ने कहा, “यदि भारत की ओर से कोई कार्रवाई की गई तो उसका जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान वह मुल्क नहीं है, जो एक थप्पड़ के बाद अपना दूसरा गाल आगे करेगा। पाकिस्तान जवाब देना जनता है। हमने एटम बम खामोश बैठने के लिए नहीं बनाया है।”
शाजिया ने आगे कहा, “हमारी शिकायत भारत के खिलाफ नहीं है। हमारी शिकायत हिंदुस्तान के मौजूदा नरेंद्र मोदी से सरकार से है। आप बार-बार पाकिस्तान के खिलाफ इल्जाम लगाते रहेंगे और पाकिस्तान चुपचाप सुनता रहेगा तो ऐसा नहीं होगा।”
50 वर्षीय शाजिया मर्री पाकिस्तान के सिंध प्रांत के राजनीतिक घराने से ताल्लुक रखती हैं। उनके दादा, पिता और उनकी माँ भी सियासत में रहे और सरकारी ओहदों पर रहते हुए भारत विरोधी की राजनीति को चुना। शाजिया भी अपने खानदानी रास्ते पर ही चल रही हैं।
शाज़िया 30 साल की उम्र में राजनीति में उतरीं और साल 2002 में पहली बार चुनाव लड़कर सिंध प्रांत की विधानसभा की सदस्य चुनी गईं। उस समय परवेज़ मुशर्रफ की तानाशाही थी।साल 2008 में उनको सिंध सरकार में सूचना मंत्री बनाया गया। अब वो राष्ट्रीय राजनीति में अपने आपको स्थापित करने के लिए भारत विरोध की राजनीति कर रही हैं।
बता दें शाजिया मर्री ने बिलावल भुट्टो के खिलाफ भारत में उपजे गुस्सा और जगह-जगह उनके जलाए गए पुतले के बाद यह धमकी दी। शाजिया ने कहा, “सुधर जाओ। बिलावल भुट्टो के पुतले जलाने की धमकी दे रहे हो, जबकि तुम्हारे तो खुद के पुतले हिंदुस्तान में जल रहे हैं।
बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात का कसाई कहा था। इसके बाद देश में आक्रोश फैल गया था। इससे पहले UN में भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा था कि जो देश पड़ोसी के संसद पर हमला करता है, ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करता है, आतंकियों को प्रश्रय देता है वह संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद पर उपदेश दे रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिलावल भुट्टो के बयान का दुनिया भर में विरोध हो रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान का भी एक बडा तबका इसका विरोध कर रहा है। इस वर्ग का कहना है कि बिलावल ने जो कहा वह कूटनीति दृष्टि से सही नहीं था। पद की गरिमा होती है। वही बात वो अलग तरीके से कह सकते थे। पाकिस्तान यह बुद्धिजीवी वर्ग इसके लिए उनकी अनुभवहीनता को जिम्मेदार ठहरा रहा है।
बात दें कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री रहते हुए बिलावल भुट्टो पर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा था, “आसिफ़ अली ज़रदारी, ख़ुदा के वास्ते अपने बेटे को उर्दू तो सीखा दो। 15 साल हो गए। उसके लिए अब भी बारिश आता है। चीनी उगता है। अब भी उसे पता नहीं है कि लड़की आती है कि आता है। मैंने अंग्रेज़ों को दो साल में उर्दू सीखते देखा है।”