बांग्लादेशी-रोहिंग्या छोड़िए, भारत में अवैध रूप से रह रहे ईरान के भी नागरिक: फर्जी आधार कार्ड भी मिले

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने भारतीय सेना की जासूसी करने वाले ISI एजेंट को पकड़ा (फोटो: प्रतीकात्मक )

तमिलनाडु में चेन्नई पुलिस ने भारत में अवैध रूप से रहकर लूट-पाट करने वाले 9 ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया गया है। इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब चेन्नई पुलिस एक सोमालियाई नागरिक से हुई लूट के मामले की जाँच कर रही थी।

दरअसल, इन विदेशी ठगोें ने चेन्नई में अपनी आँखों का इलाज कराने आए सोमालिया के एक नागरिक को रोक लिया और खुद को सेंट्रल पुलिस बताकर उससे 3,800 अमेरिकी डॉलर (करीब 2,84,866 रुपए) ऐंठ लिए थे।

पुलिस ने मामले में जिन 9 आरोपितों को गिरफ्तार किया है, उनमें 3 महिलाएँ भी शामिल हैं। ये सभी समंदर के किनारे बसे शहर कोवलम के एक रिसॉर्ट में अवैध रूप से ठहरे थे। इसके साथ ही पुलिस टीम ने लूट के लिए इस्तेमाल की गई कार का भी पता लगा लिया है।

इस मामले में केंद्रीय पुलिस ने कहा है कि तीन ईरानी नागरिकों ने सोमालियाई नागरिक से नार्कोटिक्स की जाँच के बहाने रोका और लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में चेन्नई की सिटी पुलिस ने बताया कि ये आरोपित कोवलम के रिसॉर्ट्स में अवैध रूप से रह रहे थे।

सोमालिया का 61 वर्षीय पीड़ित व्यक्ति यहाँ अपनी आँख का इलाज कराने के लिए आया था। लूट के मामले में उसने थाउजेंड लाइट्स पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस केस की जाँच के लिए चेन्नई सिटी पुलिस ने एक स्पेशल टीम गठित की है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसा लगता है कि ईरानी ठगों का यह गिरोह काफी लंबे समय से शहर और उसके आसपास के इलाकों में इसी तरह की वारदातों को अंजाम देने में लिप्त थे।

चेन्नई सिटी पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट किया है कि आरोपितों के पास से फर्जी आधार कार्ड निकले हैं। इतना ही नहीं इन सभी लोगों के पास भारत की यात्रा करने का भी कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया