JK में सेना के वाहन में लगी आग आतंकी हमला, 5 जवान बलिदान: जैश के सहयोगी PAFF ने ली हमले की जिम्मेदारी

JK में सेना के वाहन पर आतंकी हमला (साभार: ANI)

जम्मू-कश्मीर में पुंछ-जम्मू नेशनल हाइवे पर सेना की गाड़ी में लगी भीषण आग कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि आतंकी हमला था। इस हमले में सेना के पाँच जवान बलिदान हो गए हैं। वहीं, एक जवान घायल है, जिसका इलाज चल रहा है। सेना ने बताया कि हमला संभवत: ग्रेनेड से किया गया था, जिसके कारण गाड़ी में आग लग गई।

दरअसल, गुरुवार (20 अप्रैल 2023) को दोपहर भारतीय सेना का एक वाहन राजौरी सेक्टर में भीमबेर गली और पुंछ के बीच से गुजर रहा था। इसी दौरान अज्ञात आतंकवादियों ने गोलीबारी की। सेना ने कहा, “आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड के संभावित उपयोग के कारण वाहन में आग लग गई।”

जिन जवानों की मौत हुई है, वे सभी राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे। वे काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन के लिए तैनात किए गए थे। हमले के बाद सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। बताया जा रहा है कि हमला करने वाले आतंकियों की संख्या चार थी।

दरअसल इस इलाके में पहले भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ हो चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि आतंकी ग्रुप ने भारी बारिश का फायदा उठाकर गश्त पर निकले इस वाहन पर हमला कर दिया। इस हमले में वाहन आग की चपेट में आ गया और सेना के जवान अपनी जान गँवा बैठे।

उधर, इस हमले की ज‍िम्‍मेदारी आतंकवादी संगठन पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने ली है। PAFF पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) द्वारा समर्थित आतंकी संगठन है। वह पहले भी कई हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है।

यह आतंकी संगठन अंसार गजवात-उल-हिंद के मारे गए कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित है। यह आतंकी संगठन वैश्विक आतंकी संगठन अल कायदा के लिए भी वफादार माना जाता है। हाल की कई आतंकी घटनाओं में इसका नाम सामने आया है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से घटना की जानकारी ली। जनरल पांडे ने आतंकवादी हमले और पाँच सैनिकों की मौत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना जमीनी स्थिति पर नजर रख रही है और उचित कार्रवाई की जा रही है।

इस घटना की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश को देखते हुए वाहन पर बिजली गिरने की आशंका जताई जा रही थी। कहा जा रहा था कि हो सकता है कि बिजली गिरने के कारण वाहन में आग लग गई हो। हालाँकि, यह आशंका अब जाकर दूर हुई है और वास्तविक स्थिति का पता चला है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया