एक ओर जहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा कश्मीर में मध्यस्ता वाले दावे के बाद कॉन्ग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री से बिना कुछ सोचे-समझे जवाब माँगा है तो वहीं कैलिफोर्निया से कॉन्ग्रेसमैन ब्रैड शेरमन ने ट्रंप द्वारा कश्मीर मुद्दे पर दिए बयान को खारिज किया है। साथ ही उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान को बचकाना और भ्रांतिमूलक (Amateurish and Delusional) बताया है।
India has never accepted third party mediation in Jammu & Kashmir!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 22, 2019
To ask a foreign power to mediate in J&K by PM Modi is a sacrilegious betrayal of country’s interests.
Let PM answer to the Nation!https://t.co/17wRVtRSMD
शेरमैन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोई भी प्रजातंत्रवादी जो साउथ एशिया की विदेश नीतियों से परिचित है, वो इस बात को जानता-समझता है कि भारत लगातार कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरी पार्टी की मध्यस्ता से इनकार करता रहा है। इतना ही नहीं, कॉन्ग्रेसमैन ने यहाँ तक कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस तरह का सुझाव कभी नहीं दे सकते। इसलिए उन्होंने ट्रंप के बयान को न केवल बचकाना और भ्रांतिमूलक बताया है बल्कि उन्होंने इसे शर्मनाक भी कहा है।
शेरमन की मानें तो उन्होंने इस मसले में यूएसए में मौजूद भारत के राजदूत हरीश सिंघला से बात करके ट्रंप की गलती के लिए माफ़ी माँगी है।
Everyone who knows anything about foreign policy in South Asia knows that #India consistently opposes third-party mediation re #Kashmir. Everyone knows PM Modi would never suggest such a thing. Trump’s statement is amateurish and delusional. And embarrassing. 1/2
— Rep. Brad Sherman (@BradSherman) July 22, 2019
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने इमरान खान से मिलने के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्ता करने के लिए उनसे मदद माँगी है, जिसके लिए उन्होंने हाँ कर दिया है। उनका ये बयान पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान के बाद आया था, जिसमें खान ने कहा था कि अमेरिका विश्व में सबसे शक्तिशाली देश है, इसलिए वे उम्मीद करते हैं कि दोनों पड़ोसी मुल्कों के इस मसले को सुलझाने में वे मदद करेंगे।
जबकि भारत ने डोनॉल्ड ट्रंप के इस दावे को तुरंत खारिज किया था और कहा था कि इस तरह की कोई बात प्रधानमंत्री की ओर से नहीं की गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट करके साफ़ किया कि इस मुद्दे पर भारत का फैसला हमेशा से एकदम साफ़ है कि पाकिस्तान के साथ इन मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत होगी।
ट्रंप के इस बयान को यूएस की राजनीति और वहाँ के मीडिया में चारों ओर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। एडवर्ड लूस जो कि यूएस के राष्ट्रीय समाचार पत्र “FINANCIAL TIMES” के एडिटर हैं, उन्होंने कहा है कि ट्रंप ने भारत के लिए बहुत गहरा और उत्तेजक बयान दिया है, भारत ने हमेशा तीसरी पार्टी मध्यस्थता से इनकार किया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत चीन के साथ अपनी प्रतिद्वंद्विता में अमेरिका का सबसे महत्वपूर्ण “प्राकृतिक सहयोगी” है। ट्रम्प ने जो कहा, उनकी मूर्खता और अज्ञानता पर काबू पाना मुश्किल है।
By offering to mediate on Kashmir, Trump said something deeply provocative to India, which has always refused 3rd party mediation. India is America’s most important “natural ally” in its rivalry with China. Hard to overstate the stupidity and ignorance of what Trump said.
— Edward Luce (@EdwardGLuce) July 22, 2019
इसके अलावा कॉन्ग्रेस दिग्गज नेता शशि थरूर ने भी ट्रंप के बयान के बारे में एएनआई से बातचीत में कहा, “ट्रंप को मालूम ही नहीं है कि वे क्या कह रहे हैं, शायद उन्हें मसला समझ में ही नहीं आया या किसी ने उन्हें बताया ही नहीं। ये नामुमकिन है कि प्रधानमंत्री किसी और से इस बारे में कहें क्योंकि ये हमारी स्पष्ट नीति है कि हमें किसी तीसरी पार्टी से मध्यस्ता नहीं करवानी, हमें अगर पाक से बात करनी होगी तो हम खुद करेंगे।”
S Tharoor, ex-MoS MEA: Trump doesn’t know what’s he saying. Maybe he didn’t understand the issue or nobody briefed him. Impossible that Modi will ask anyone else because it’s our clear policy that we don’t want a 3rd party mediation. If we’ve to talk to Pak,we’ll do that directly pic.twitter.com/TEUSMG0PZP
— ANI (@ANI) July 23, 2019