लोकसभा चुनाव 2019: वो 15 VIP सीटें जिन पर होगी पूरे देश की नज़र

लोकसभा चुनाव 2019

बीते रविवार (मार्च 10, 2019) को चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार के चुनाव सात चरण में होने वाले हैं। वैसे तो चुनाव में एक-एक सीट की अपना महत्व होता है लेकिन फिर भी पूरे देश की नज़रें कुछ VIP सीटों पर हमेशा टिकी रहती हैं कि वहाँ से कौन जीता और कौन हारा…। लेकिन यह VIP सीटें कौन-कौन सी हैं, और इनमें मतदान कौन सी तारीख को होने वाले हैं, आइए आपको इसकी जानकारी देते हैं।

वाराणसी: वाराणसी में मतदान आखिरी चरण में यानि 19 मई को होना तय हुआ है। 2014 में इस सीट से नरेंद्र मोदी ने पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था और प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुँचे थे। ऐसे में लोगों की उत्सुकता इस सीट को लेकर बनी हुई है कि आखिर इस बार कौन होगा यहाँ से खड़ा और कौन मारेगा बाजी?

अमेठी और रायबरेली: कॉन्ग्रेस का गढ़ कहा जाता है अमेठी और रायबरेली। 2014 लोकसभा चुनाव में देश के सबसे बड़े राज्य (लोकसभा सीटों की संख्या के आधार पर) से कॉन्ग्रेस को सिर्फ 2 सीटें आईं थीं और वो दोनों सीटें थीं – अमेठी व रायबरेली। देखना है कि इस बार कॉन्ग्रेस इन दोनों संसदीय सीटों पर अपनी लाज बचा पाती है या नहीं…

लखनऊ: 6 मई को लखनऊ में मतदान की तारीख तय हुई है। यहाँ से 2014 में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने विजय हासिल की थी। कभी यह सीट अटल बिहारी वाजपेयी का हुआ करता था। और अब राजनाथ सिंह का। परंपरागत तौर पर VIP सीट का दर्जा पा चुका लखनऊ इस बार किस करवट बैठेगा, यह देखना वाकई दिलचस्प होगा।

वडोदरा और पुरी: इन दोनों ही संसदीय सीट पर मतदान 23 अप्रैल को होगा। इन दोनों को VIP सीट की सूची में डालने का कारण है यह है कि पिछली बार नरेंद्र मोदी वाराणसी के अलावा वडोदरा से भी निर्वाचित हुए थे। लेकिन इस बार खबरें आ रही हैं कि पुरी वह दूसरी सीट हो सकती है, जहाँ से पीएम मोदी चुनाव लड़ेंगे। हालाँकि इस पर बीजेपी की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

गाँधी नगर और पीलीभीत: VIP सीटों की सूची में गांधी नगर और पीलीभीत में चुनाव 23 अप्रैल को होना निश्चित हुआ है। गाँधी नगर जहाँ भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की सीट है, वहीं पीलीभीत की सीट का प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्री मेनका गाँधी करती हैं।

अमृतसर: यहाँ मतदान के लिए 19 मई की तारीख निर्धारित की गई है। गौरतलब है कि इस क्षेत्र के मायने इस वर्ष इसलिए भी अधिक हैं क्योंकि मनमोहन सिंह को यहाँ से चुनाव लड़ाने की बात कॉन्ग्रेस में चल रही है। 2014 लोकसभा की बात करें तो पिछली बार यहाँ से अरुण जेटली ने चुनाव लड़ा था और हार गए थे।

सुल्तानपुर: केंद्रीय मंत्री मेनका गाँधी के बेटे वरुण गाँधी की संसदीय सीट सुल्तानपुर में मतदान 12 मई को होना है। भले ही वरुण गाँधी अभी लाइमलाइट में नहीं हैं लेकिन एक समय वो फायर ब्रांड नेता थे। साथ में गाँधी सरनेम तो है ही!

मैनपुरी और आजमगढ़: 23 अप्रैल को होने वाले मैनपुरी में मतदान पर लोगों की नजरें इसलिए भी होंगी क्योंकि 2014 में मुलायम सिंह यादव यहीं से निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा आजमगढ़ में भी 12 मई को मतदान होना है, जहाँ मुलायम ने अपनी दूसरी सीट को भी बरकरार रखा था।

कन्नौज: मुलायम सिंह की बहू और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम की पत्नी डिंपल यादव 2014 में यहीं से सांसद बनी थीं। यहाँ पर चुनाव 29 अप्रैल को होना तय हुआ है।

झांसी और कानपुर: इन दोनों संसदीय क्षेत्रों में मतदान 29 अप्रैल को होना है। बता दें कि झांसी की संसदीय सीट उमा भारती की है जबकि कानपुर की संसदीय सीट मुरली मनोहर जोशी की है।

आखिर में बताते चलें की सात चरणों में होने वाले यह मतदान 11 अप्रैल से शुरू होंगे और 19 मई को समाप्त होंगे। इसके बाद मतगणना के लिए 23 मई की तारीख निश्चित हुई है।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया