‘लिंच करके तुमसे जय श्री राम बुलवाएगा, तब यह ट्वीट भी नहीं बचाएगा’ – मो. कैफ ने किया राम मंदिर का समर्थन, पड़ी गाली

राम मंदिर के समर्थन में बोलने पर मो. कैफ को पड़ी गाली

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आज (अगस्त 5, 2020) भूमि पूजन पूरा हो गया है। भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य पूजा की और इस ऐतिहासिक कार्य की आज अयोध्या साक्षी बनी है। करोड़ों रामभक्तों का सालों का इंतजार आज पूरा हो गया, जब राम मंदिर की आधारशिला रख दी गई और विधिवत रूप से राम मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है।

सभी रामभक्तों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस पर सेलिब्रिटीज ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी एक ट्वीट किया है। कैफ का यह ट्वीट ना केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है बल्कि हर कोई इसकी तारीफ भी कर रहा है। मगर कट्टरपंथियों को मोहम्मद कैफ का ये ट्वीट पसंद नहीं आ रहा है।

https://twitter.com/MohammadKaif/status/1290908580380475392?ref_src=twsrc%5Etfw

बता दें कि मोहम्मद कैफ ने भूमि पूजन के बाद ट्वीट करते हुए लिखा, “गंगा-जमुना संस्कृति वाले शहर इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में बड़े होते हुए, मुझे करुणा, क्षमा, सम्मान और प्रतिष्ठा की कहानी रामलीला देखना काफी पसंद था। राम ने सभी में अच्छाई देखी और हमारे आचरण में उनकी विरासत को प्रतिबिंबित करना चाहिए। इससे नफरत के एजेंट प्यार और एकता के रास्ते में नहीं आ सकते।”

https://twitter.com/brumbyoz/status/1290935574551879680?ref_src=twsrc%5Etfw

कैफ को लेकर नफरत का असर ऊपर के ट्वीट में देखिए। उन्हें यूपी का बिना इज्जत वाला मजहबी बता दिया गया। और तो और, शब्दों के साथ खेलते हुए उनके मरने की कामना भी कर ली गई।

https://twitter.com/LiberalSooch/status/1290921226534182912?ref_src=twsrc%5Etfw

एक ट्विटर यूजर ने इस पर नाखुशी जाहिर करते हुए कहा, “मजहब के सरकारी लोग गुजरात दंगों को भूल जाते हैं। याद है जिन्ना, वो सही थे। वह हमसे बेहतर हिंदुओं को जानते थे। पुरानी गंगा जमुनी संस्कृति सिर्फ मिथक है, यह संस्कृति सबसे खराब संस्कृति में से एक है, जो सबसे खराब संस्कृति है।”

https://twitter.com/am01541/status/1290924844742107137?ref_src=twsrc%5Etfw

इम्तियाज नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “चापलूसी ने इस मुकाम पर पहुँचा दिया कि चंद सिक्के पर जमीर बेचने लगे। खैर तुम अपना धर्मोपदेश अपने पास रखो। सबको तुम्हारी औकात पता है।”

https://twitter.com/jabirsapa/status/1290921589417095168?ref_src=twsrc%5Etfw

एक ने लिखा, “लंबे समय से तू BCCI में अच्छी नौकरी के लिए बीजेपी और मोदी को चमकाने में लगा है, लेकिन तुम्हें ये नहीं मिलेगा भाई।”

https://twitter.com/yesrocks2293/status/1290926125938429952?ref_src=twsrc%5Etfw

एक यूजर ने लिखा कि कितने पैसे मिले हैं दलाली के।

https://twitter.com/blob_of_butter/status/1290926544760606720?ref_src=twsrc%5Etfw

एक अन्य यूजर ने लिखा, “अभी कोई आएगा और लिंच करके तुमसे जय श्री राम बुलवाएगा। तब फोन खोल कर ये ट्वीट भी दिखलाओ तो भी कुछ नहीं होगा।”

https://twitter.com/asifali_mulani/status/1290932205640802304?ref_src=twsrc%5Etfw

वहीं एक यूजर ने उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “शर्म आनी चाहिए।”

गौरतलब है कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ अपने मजहब के लोगों के निशाने पर आ ही जाते हैं। पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग करती तस्वीर शेयर करने पर उन्हें गालियाँ पड़ी थी।

इससे पहले प्रधानमंत्री के आह्वान पर कोरोना के अंधकार को मिटाकर एक नई सुबह की आस में कैफ ने अपनी पत्नी के साथ 9 मिनट के लिए मोमबत्ती जलाया। जिसके बाद कट्टरपंथी  कैफ को मजहब का पाठ पढ़ाने लगे और ऐसा करने के लिए उन्हें दुत्कारने लगे। उनके लिए अपशब्द बोलने लगे।

ऑपइंडिया स्टाफ़: कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया