द्वारकाधीश मंदिर पर वज्रपात, 52 गज की ध्वजा में समाहित हो गई बिजली: कोई नुकसान नहीं, देखें Video
गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर पर बिजली गिरने का वीडियो वायरल हो रहा। इससे मंदिर के शिखर पर लगी 52 गज की ध्वजा को छोड़ कोई नुकसान नहीं हुआ।
गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर पर बिजली गिरने का वीडियो वायरल हो रहा। इससे मंदिर के शिखर पर लगी 52 गज की ध्वजा को छोड़ कोई नुकसान नहीं हुआ।
श्री हरि के चौथे अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित सिंहाचलम मंदिर। इस मंदिर को उनका निवास स्थान माना जाता है।
कर्नाटक के मैसूर स्थित श्री चामुंडेश्वरी मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुशैली में। मंदिर में प्रवेश से पहले महिषासुर की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित।
प्रतापगढ़ के अष्टभुजा धाम मंदिर में आज भी खंडित मूर्तियों की पूजा होती है। औरंगजेब की मुगलिया फौजों ने मूर्तियों के सिर, धड़ से अलग कर दिए थे।
समय के साथ गोमंतक या गोपपुरी को गोवा कहा जाने लगा लेकिन आज भी यहाँ कई ऐसे प्राचीन मंदिर हैं, जो गोवा के सनातन इतिहास की गाथा कहते हैं।
सोलन के जटोली शिव मंदिर की विशेषता है, निर्माण में लगाए गए पत्थर। इन पत्थरों को छूने या थपथपाने से डमरू की आवाज आती है।
लगभग 8,000 वर्ग फुट में फैले पुडुचेरी के मनाकुला विनायगर मंदिर में कई टन सोना मौजूद है।
मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में स्थित है नर्तियांग दुर्गा मंदिर। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है।
केरल के कोट्टयम जिले में स्थित है एट्टूमानूर महादेव मंदिर। इस मंदिर की दीवार पर द्रविड़ शैली में मुराल पेंटिंग उकेरी गई है।
गुजरात में अरब सागर तट पर स्थित निष्कलंक महादेव मंदिर, जहाँ भगवान शिव ने पाँचों पांडवों को निष्कलंक बनाया। यहाँ स्थित हैं 5 स्वयंभू शिवलिंग।