1978 से 2022 तक… 44 सालों में मुख्तार अंसारी ने बरकरार रखा क्राइम का फंडा: मरवा दो या गायब करवा दो
DCRB के रिकॉर्ड के अनुसार मुख्तार अंसारी पर पहला केस 1978 में दर्ज हुआ था और आखिरी केस 2022 में। इस पूरे अंतराल में उसके खिलाफ 59 केस दर्ज हुए…
DCRB के रिकॉर्ड के अनुसार मुख्तार अंसारी पर पहला केस 1978 में दर्ज हुआ था और आखिरी केस 2022 में। इस पूरे अंतराल में उसके खिलाफ 59 केस दर्ज हुए…
मुख्तार के डर से पुलिस वाले पानी में घुस-घुसकर सूअरों को पकड़ते थे। ईद से पहले सब सूअरों को पकड़कर बंद कर दिया जाता था। पत्रकारों की पिटाई होती थी।…
मऊ में साल 2005 में हुए दंगे में गैंगस्टर मुख्तार अंसारी ने मुख्य भूमिका निभाई थी। हिंदुओं के घरों-दुकानों को लूटने के बाद जला दिया गया था।
मुख्तार ने अपने गुर्गे गणेश दत्त मिश्रा के जरिए ठाकुर जी की जमीन पर कब्जा कर लिया है। बेदखली के बाद भी वहाँ से हटा नहीं है।
कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी के खिलाफ 29 अप्रैल को फैसला आना है। आज वह बांदा से गाजीपुर कोर्ट नहीं आना चाहता है। लेकिन कभी गाजीपुर जेल में भी…
पुलिस की लिस्ट में माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशाँ अंसारी का नाम भी शामिल है। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा है।
बांदा जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की हालात अतीक अहमद की हत्या के बाद खराब है। उसे अपनी जान का डर सता रहा है।
अतीक अहमद डी कंपनी के भी संपर्क में था। पुणे में असद और शूटर गुलाम को छिपाने में अबू सलेम के अलावा एक पूर्व सांसद ने भी मदद की थी।
आपको लगता होगा कि डॉन बहुत भयानक होंगे। अतीक ने मेरी पत्नी सागरिका के साथ डिसेंट मैनर में मुलाकात की और तहजीब के साथ बात की।
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सहयोगी माशूक के घर को ध्वस्त कर दिया गया। दूसरी तरफ मऊ में अब्बास अंसारी का मकान गिरा दिया गया।