व्यंग्य

रेपिस्ट अब्दुल या असलम को तांत्रिक या बाबा बताने वाले मीडिया गिरोहों के लिए जस्टिस चंद्रचूड़ का जरूरी सन्देश

सुदर्शन न्यूज़ के कार्यक्रम पर जस्टिस चंद्रचूड़ मीडिया को सख्त संदेश दिया है कि किसी एक समुदाय को निशाना नहीं बनाया जा सकता है। लेकिन समुदाय का नाम नहीं लिया…

अब्दुल अब्दुल अब्दुल… सौ में लगा धागा, अब्दुल आग लगा कर भागा

अब्दुल आग लगाएगा, फिर ह्यूमन चेन बनाएगा, फिर फोटो भी खिंचवाएगा, फिर अच्छा अब्दुल कहलाएगा! पर अब्दुल भाई ये तो बोलो, अपने दिल के राज तो खोलो, मंदिर को बचा…

व्यंग्य: बकैत रवीश कुमार भूमिपूजन पर बोले- बर्नोल न भेजें, घर में बर्फ की सिल्ली रखता हूँ

पूरे दिन बर्फ की सिल्ली पर बैठा रहा और जलन ऐसी कि 'जिया जले, जाँ जले, सिल्ली पर धुआँ चले' हो गया। जैसे ऊर्ध्वपाती पदार्थ होते हैं न जो ठोस…

‘ये मेरा भारत नहीं रहा’ कहने वालों के लिए विमान लेकर इन्तजार कर रहे सोनू सूद, कोपभवन से नहीं निकल रहे लिबरल्स

जब हिन्दू मेजोरिटी वाले भारत में रह कर भारत और हिन्दुओं को गाली दी जा सकती है और उन्हें बदनाम किया जा सकता है तो फिर कहीं और जाने से…

बकरीद हिंदुओं का त्योहार होता तो कैसा होता लिबरल मीडिया और सेलेब्स का रिएक्शन: 10 तस्वीरों से समझें

अगर बकरीद हिंदुओं का त्योहार होता तब क्या होता? क्या तब जीवहत्या के ठेकेदार कुकुरमुत्ते की तरह पैदा होकर हिन्दुओं को गाली नहीं दे रहे होते?

गहलोत ने सचिन पायलट को कहा हैंडसम: धरने पर बैठे नाराज साइंटिस्ट सिसोदिया, युवा राहुल का भी छलका दर्द

मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस देश में एक समय में सिर्फ एक ही हैंडसम व्यक्ति हो सकता था और वो निर्विवाद रूप से स्वयं मनीष सिसोदिया हैं।

व्यंग्य: बकैत कुमार की स्क्रिप्ट लीक, विकास दूबे एनकाउंटर | Bakait Kumar’s Primetime script leaked

विकास दूबे एनकाउंटर पर बकैत कुमार की स्क्रिप्ट लीक हो गई। जानिए आज क्या बोलेंगे बकैत कुमार रात के प्राइमटाइम में...

व्यंग्य: विकास दुबे एनकाउंटर पर बकैत कुमार की प्राइमटाइम स्क्रिप्ट हुई लीक

आज सुबह खबर आई कि एनकाउंटर हो गया। स्क्रिप्ट बदलनी पड़ी। जज्बात बदल गए, हालात बदल गए, दिन बदल गया, शाम बदल गई!

गणित शिक्षक रियाज नायकू की मौत से हुआ भयावह नुकसान, अनुराग कश्यप भूले गणित

यूनेस्को ने अनुराग कश्यप की गणित को विश्व की बेस्ट गणित घोषित कर दिया है और कहा है कि फासिज़्म और पैट्रीआर्की के समूल विनाश से पहले ही इसे विश्व…

बाबरी ढॉंचे के नीचे बिरियानी बनाता मिला मुगल, आज भी है चूल्हे में आग: शेख की दाढ़ी चूसने वाले लिबरलों ने देखा

सभ्यताओं के 'मुगलीकरण' से एक कहानी याद आती है। एक बार अरब का एक शेख व्यापार के लिए भारत आया और रसीले आमों का गुलाम हो गया...