4 दिन की पुलिस रिमांड में अतीक-अशरफ को गोली मारने वाले शूटर, SIT की रिपोर्ट पर 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने 4 दिनों का रिमांड पुलिस को दिया।
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटरों को कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने 4 दिनों का रिमांड पुलिस को दिया।
अतीक अहमद प्रयागराज के एक खास इलाके की डेमोग्राफी बदलने के लिए मुस्लिम बस्तियाँ बसाने के प्लान पर काम कर रहा था। शाइस्ता को लेकर मीडिया में कई चर्चे।
"कम लफ्जों को ज़्यादा समझो। मैं मरने वाला नहीं हूँ। इंशाल्लाह एक्सरसाइज करता हूँ। दौड़ता हूँ। बेहतर है कि मुझसे आकर मिल लो - साबरमती जेल, गुजरात।"
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ से जुड़ा एक चर्चित मामला 2007 का है। इसे मदरसा गैंगरेप कांड के नाम से भी जानते हैं। दो लड़कियों को उठाकर रात भर…
सार्वजनिक मंचों से माफिया अतीक अहमद ने पीएम मोदी और राजा भैया की पत्नी पर किए थे बेहूदे कमेंट्स। दी थी PM और CM की कुर्सी कब्ज़ाने की धमकी।
प्रयागराज की नैनी जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद द्वारा दीवार पर सर पटक-पटक कर खुद को घायल करने की खबर जिसे प्रशासन ने निराधार बताया।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अतीक अहमद के बाद उसकी गैंग का मुखिया गुड्डू मुस्लिम बनना चाहता था। लेकिन अतीक की पसदं उसका भाई अशरफ था।
2004 के लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद ने फूलपुर से बतौर सपा प्रत्याशी जीत दर्ज की। उसने 2008 में UPA सरकार को गिरने से बचाने में मदद की, जानिए कैसे।
अतीक अहमद को गोलियाँ उसके सिर, गर्दन, छाती और कमर में मारी गई थी। वहीं, अशरफ के गले, पीठ, कलाई, पेट और कमर में गोलियाँ लगीं, 2 हुईं आर-पार।
घर आ कर माफ़ी माँगने के बाद भी अतीक अहमद और अशरफ ने मरवा डाला था अशोक साहू को। SHO इंस्पेक्टर मंसूर काजी ने भी साजिश में दिया था साथ।