पश्चिमी यूपी के 473 मकतब रडार पर बताए जा रहे हैं। कई मकतब बिना मान्यता के भी चल रहे हैं। इस बावत अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारियों से रिकॉर्ड तलब किया गया है।
जिस नजीबुल को UP ATS ने अक्टूबर 2023 में जेल भेजा उसे साल 2022 में ही गिरफ्तार कर लिया गया होता लेकिन तब सहारनपुर पुलिस के थाना देवबंद की जाँच (अधिकारी - सिराजुद्दीन) में उसका नाम निकाल दिया गया था।
फैजान को ‘हीरो’ बनने और ‘फेमस’ होने की सनक थी। इतना ही नहीं एटीएस की टीम जब उसे गिरफ्तार करने आई तो वो खुश हो गया था, उसे लगा कि अब मेरा नाम भी लोग जानने लगेंगे।