हिंदुओं के नाम पर देश का नाम हिंदुस्तान। बहुसंख्यक भी हिंदू ही। फिर भी अयोध्या की लड़ाई कोर्ट में लड़ी गई। देश के संविधान पर भरोसा रख कर राम मंदिर के लिए न्याय के तर्क गढ़े गए। इसमें धर्म, ग्रंथ, साहित्य, इतिहास… सबने साथ दिया राम लला का ही। भव्य मंदिर हिंदुओं की इसी सहनशीलता का प्रतीक है।
जिन-जिन सुधीजनों ने रामलला के लिए कोर्ट में तर्क रखे, दिन-महीने-साल तक अयोध्या केस के बारे में गहन अध्ययन किया, न्यायालय में कब-कब क्या-क्या हुआ… यहाँ मिलेंगी आपको सारी खबरें।
अयोध्या और हिंदुओं के संघर्ष में 9 नवंबर बेहद महत्वपूर्ण है। 1989 में इसी तारीख को राम मंदिर का शिलान्यास हुआ। 2019 में इसी तारीख को सुप्रीम कोर्ट का फैसला…
बाबर के आक्रमण से वर्षों पहले भी अयोध्या एक तीर्थस्थल था और वहाँ पूजा-पाठ होते थे। यह कैसे साबित हुआ? यह साबित हुआ सिखों के पवित्र साहित्य 'जन्म साखी' से।…
इस ऐतिहासिक क्षण के एक दिन पहले कल ही अपना 93वाँ जन्मदिन मनाने वाले आडवाणी, जिन्होंने अपना कैरियर फिल्म समीक्षा पत्रकार के रूप में शुरू किया था, ने अंग्रेजी में…
सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत करते हुए यूपी के सीएम ने कई ट्वीट किए। इनमें अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए लोगों शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की…
भगवान राम को घर- घर पहुॅंचाने में तुलसीदास कृत रामचरितमानस की भूमिका अतुलनीय है। अयोध्या में रामलला को उनकी जमीन कानूनी तौर पर वापस दिलाने में ऐसी ही भूमिका भारतीय…
फैसले का आधार बनी एएसआई रिपोर्ट में कहा गया है कि विवादित ढॉंचे के नीचे नक्काशीदार ईंटें, देवताओं की युगल खंडित मूर्तियाँ, नक्काशीदार वास्तुशिल्प, पत्तों के गुच्छे, अमालका, कपोतपाली, कमल…