‘तिरंगा फहरा कर आऊँगा या तिरंगे में लिपट कर आऊँगा’: कारगिल का ‘शेरशाह’, पर्दे पर छाने को तैयार
कारगिल विजय दिवस के मौके पर 'विक्रम बत्रा' ट्रेंड कर रहे हैं। यूजर्स उन कोट को शेयर कर रहे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान 'शेरशाह' दोहराते थे।
कारगिल विजय दिवस के मौके पर 'विक्रम बत्रा' ट्रेंड कर रहे हैं। यूजर्स उन कोट को शेयर कर रहे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान 'शेरशाह' दोहराते थे।
सुनील जंग ने छलनी सीने के बावजूद युद्धभूमि में अपने हाथ से बंदूक नहीं गिरने दी और लगातार दुश्मनों पर वार करते रहे।
भारतीय सैनिकों के ऊपर 60-70 मशीनगन लगातार फायरिंग कर रही थी। गोले बरस रहे थे। फिर भी कैप्टन मनोज पांडे टुकड़ी के साथ आगे बढ़ रहे थे।
कारगिल से गिरफ्तार युवकों की उम्र 21 से 25 साल के बीच है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के बाद एनआईए भी इनसे पूछताछ कर सकती है।
कारगिल की विषम परिस्थितियाँ, सीमित संसाधनों के प्रयोग का दबाव, सीमा पार न करने का आदेश और छोटे लक्ष्यों को भेदने की चुनौती - भारतीय वायुसेना के शौर्य की एक…
“मैं लाहौर के बाहरी इलाके में खड़ा था। मुझे देख कर एक जनरल ने पूछा कि मैं क्या कर रहा हूँ? मैंने कहा लड़ाई शुरू होने वाली है, हम साथ…
चोटी पर तिरंगा लहराने के बाद विक्रम बत्रा ने कहा था, “यह दिल माँगे मोर” और उसी वक़्त से यह हिंदुस्तानी फ़ौज का मंत्र बन गया। बत्रा के जज़्बे को…
अंत में चेते नवाज़ शरीफ ने मूर्खतापूर्ण कदम उठाते हुए मुशर्रफ़ को उस समय बर्खास्त कर दिया जब मुशर्रफ़ श्री लंका दौरे लौटते हुए एक हवाई जहाज में थे।
ब्रिज मोहन सिंह ने गंभीर रूप से घायल होकर वीरगति को प्राप्त होने के पहले पाँच पाकिस्तानियों को मौत की नींद सुला दिया, जिसमें से दो को तो उन्होंने केवल…
सौरभ कालिया और अन्य भारतीय सैनिकों पर किए गए बर्बर अत्याचार को पाकिस्तान के सैनिकों ने कई बार स्वीकार किया है। हालाँकि, धूर्त पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से कभी यह…