‘इस पाक जमीन पर काफिर भी हमारे साथ रहेंगे?’: ‘अल्लाह-हू-अकबर’ और ‘नारा-ए-तकबीर’ चिल्ला कर हिन्दुओं का नरसंहार, ‘बंगाल 1947’ में दिखाया विभाजन का दंश
सतीश पांडे ने कहा कि भारतीय संस्कृति और जड़ों को समझाने के लिए ये फिल्म बनाई गई है। 'नारा-ए-तकबीर' चिल्लाते हुए हिन्दुओं का नरसंहार भी दिखाया।