‘राम के आगे क्या नौकरी, क्या परिवार’: सरकारी शिक्षक ने कारसेवा में खाई 2 गोली, सब्जी बेचने वाला रज्जाक खान कहता था गद्दार, दिखाता था आँखें
1990 में 2 गोलियाँ खाकर भी जीवित कारसेवक शिवदयाल ने ऑपइंडिया को बताया कि कैसे उनके आगे ही सरयू पुल पर बिछा दी गईं थी रामभक्तों की लाशें।