‘उस दिन गोली भी चलती तो नहीं बचता ढाँचा’: 6 दिसंबर के उस चश्मदीद से जानिए क्या-कब-कैसे हुआ जिसे CBI ने सबसे पहले किया था गिरफ्तार
CBI की FIR में नामजद रहे रामजी गुप्ता के मुताबिक, सरयू से रेत जन्मभूमि पर चढ़ाने जा रहे कारसेवक 6 दिसंबर 1992 को अचानक ही बेकाबू हो गए थे।