सैम पित्रौदा और स्वरा भास्कर के बयानों में इस्तेमाल किए गए 'पप्पू' शब्दों के कारण राहुल गाँधी की तारीफ की जगह उनका और भी मखौल उड़ता है। लोग कहते हैं कि कॉन्ग्रेसी भी यही मानते हैं इसलिए बचाव करते हैं।
उन्होंने कहा था कि पूर्वी भारत के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिमी भारत के लोग अरबी जैसे, उत्तर भारतीय श्वेत जैसे और दक्षिण भारतीय अफ़्रीकी जैसे दिखते हैं।
सैम पित्रोदा की नजदीकियाँ कॉन्ग्रेस से राजीव गाँधी के समय से बढ़ीं थीं। बाद में वो पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के सलाहकार बने और अब वो राहुल गाँधी की छवि बनाने में जुटे दिखते हैं।
सैम पित्रौदा की टिप्पणी सुनने के बाद लोग हैरान हैं कि ये कॉन्ग्रेस की कैसी सोच है जो अपने ही लोगों की तुलना चीनियों और अफ्रीकियों से खुलेआम कर रहे हैं।
कॉन्ग्रेस हिंदुओं से जीते-जी उनकी दौलत छीन कर बाँट देगी, तो मरने के बाद उनकी संपत्ति का 55 प्रतिशत हिस्सा भी ले लेगी। वारिसों को सिर्फ 45% हिस्सा ही मिलेगा।
"भारतीयों को अब तय करना है कि वह कैसा राष्ट्र बनाना चाहते हैं। क्या उन्हें हिंदू राष्ट्र चाहिए या फिर समावेशी और स्थिर धर्मनिरपेक्ष देश चाहिए। लोगों को तय करना होगा कि उन्हें तानाशाह चाहिए या फिर लोकसेवक।"
राहुल कंवल ने सैम पित्रौदा के बयान के बाद ट्वीट किया कि कॉन्ग्रेस में किसी व्यक्ति को सैम पित्रौदा से कहने की जरूरत है कि वो टीवी कैमरा से 23 मई तक दूर रहें।