अजमेर में खादिमों की संस्था के सचिव सरवर चिश्ती ने कहा, "घर पर चढ़कर हरा झंडा उतारकर धर्म विशेष का झंडा लहराया जा रहा है। तो फिर फूल तो बरसेंगे नहीं, जो हुआ यही होना था।"
वीडियो में चिश्ती मौलाना तौकीर रजा और सज्जाद नोमानी जैसे कट्टर इस्लामिक उपदेशकों का समर्थन करता नजर आया, जिन पर भगवा लव ट्रैप साजिश का प्रचार करने का आरोप है।
पत्रिका 'लहरों की बरखा' चलाने वाले मदन सिंह ने इस मामले को उठाया तो उनकी हत्या कर दी गई। कई पीड़िताएँ सामाजिक कारणों से बाद में मुकर गईं। कई अब तक दादी बन चुकी हैं।